प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से आठ चीते लाए गए थे। हालांकि ये चीते अब नेशनल पार्क प्रबंधन के लिए सर दर्द बन गए है। दरअसल ये चीते अपने बड़े से निकलकर बाहर चले जाते है जिससे समस्या बढ़ रही है। दरअसल छह दिन पहले ओबान नामक नर चीता कूनो नेशनल पार्क से भाग गया था, जो पिछले तीन दिन से शिवपुरी जिले के बैराड़ तहसील क्षेत्र के जंगल से लगे रिहायशी इलाके में घूम रहा था।
हालांकि ओबान चीता करीब छह दिन के बाद पकड़ लिया गया है। गुरुवार को ओबान को रिहायशी इलाके में देखा गया था। जिसके बाद गुरुवार शाम को ही साउथ अफ्रीका से आई टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर उसे पकड़ा। टीम ओबान को लेकर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क गई है। ओबान के पार्क सीमा से बाहर आने के साथ ही कूनो नेशनल पार्क की टीम चीते की हर गतिविधि पर पैनी नजर रखे हुए थी। इसके साथ ही पिछले तीन दिनों से पोहरी वन विभाग और पुलिस की टीम भी चीते की सुरक्षा में तैनात थी।
लेकिन आशा अभी भी वन विभाग की गिरफ्त से बाहर है। मादा चीता आशा पिछले चार दिनों से कूनो नेशनल पार्क से बाहर है, जिस पर वन विभाग का अमला निगरानी बनाए हुए है। गुरुवार को आशा वीरपुर इलाके के प्रसिद्ध धौरेट सरकार मंदिर के जंगल में सैर बाबा के स्थान के आसपास देखी गई है, यह इलाका कूनो के बफर जोन के अंतर्गत आता है। घना जंगल भी है और आसपास पानी के प्राकृतिक झरने हैं। दूसरे वन्यजीव भी यहां भारी तादाद में हैं, शायद इसलिए यह इलाका आशा को खूब रास आ रहा है।
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