महाराष्ट्र में इन दिनों सियासती घमासान मचा हुआ है। इस बीच, खबर आ रही है कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता शरद पवार ने अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया है। दरअसल इस बात की पुष्टि खुद शरद पवार ने की है। शरद पवार ने साफ शब्दों में कहा था कि रोटी को सही समय पर घुमाना होता है, नहीं घुमाया तो बर्बाद हो जाएगा। शरद पवार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि वह एनसीपी के अध्यक्ष पद से रिटायर हो जाएंगे और दोबारा चुनाव में नहीं खड़े होंगे। पवार ने कहा कि 1 मई 1960 से 1 मई 2023 तक लंबे समय तक काम करने के बाद उन्होंने अब रुकने का सोचा।
शरद पवार की प्रमुख उपस्थिति में आज उनकी आत्मकथा लोक माझे सांगाती के दूसरे भाग का विमोचन किया गया। उसी भाषण में उन्होंने संन्यास लेने के अपने फैसले की घोषणा की। सार्वजनिक जीवन में कहीं रुकने पर विचार करना आवश्यक है। इसलिए मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त होने का फैसला किया है। हालांकि, मैं शिक्षा, कृषि, सहयोग, खेल और संस्कृति के क्षेत्र में और काम करना चाहता हूं।
सर, हम आपके निर्णय से सहमत नहीं हैं, अपना निर्णय वापस लें, हमें आपका समर्थन बहुत बड़ा लगता है, कार्यकर्ताओं ने शरद पवार के समर्थन में नारे लगाए। करीब आधा घंटे तक नारेबाजी होती रही। अंत में अजित पवार ने माइक्रोफोन लिया और कार्यकर्ताओं को शांत रहने की हिदायत दी। तब तक सैकड़ों कार्यकर्ता मंच पर शरद पवार को घेर चुके थे। एक-एक कर एनसीपी नेता पवार से गुहार लगा रहे थे।
हाल के दिनों में चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार के बीच काफी मतभेद देखने को मिला। दरअसल कर्नाटक चुनाव के लिए NCP ने स्टार प्रचारकों की एक लिस्ट जारी की थी, जिसमें अजित पवार का कहीं नाम शामिल नहीं था। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चाएं होने लगीं कि शरद पवार अपने भतीजे से नाराज चल रहे हैं। वहीं अजित पवार को लेकर ऐसी खबरें भी उठीं कि वह बीजेपी में शामिल हो रहे हैं। वहीं हाल ही में अजित पवार ने पीएम मोदी की खूब तारिफ भी की थी। इसके बाद शरद पवार ने कहा था कि कोई भी अगर पार्टी से बगावत करेगा तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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