शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की बैठक में शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान को खरी खरी सुनाई। इससे पहले विदेश मंत्री ने सभी सहयोगी देशों के विदेश मंत्रियों का स्वागत किया। आज की बैठक में जुलाई में होने वाली बैठक का एजेंडा तैयार किया जाएगा। वहीं 15 समझौतों को भी अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके अलावा नए डायलॉग पार्टनर भी शामिल होंगे। बता दें पाकिस्तान से कोई मंत्री 12 साल बाद भारत के दौरे पर आया है।
इस दौरान विदेश मंत्री ने कहा कि सरहद पार से आतंकवाद पूरी तरह से खत्म होना चाहिए। आतंकवाद की फंडिंग पर पूरी तरह से रोक लगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस समय कोरोना के समय में पूरी कराह रही थी तब भी सीमा पार से आतंकी घटनाएं जारी थी। गौरतलब है कि इस दौरान पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और अन्य विदेश मंत्री इस मौके पर मौजूद हुए। इस दौरान वे एस जयशंकर को सुनते रहे। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद से मुकाबला करना सबसे बड़ी प्राथमिकता है। उन्होंने सभी देशों से अपील करते हुए कहा कि आतंकवाद से मिलकर लड़ें। उन्होंने यह भी कहा कि सीमा पार से आतंकवाद किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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