भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपए के नोट को चलन से हटा दिया है। इसके बाद इस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं|अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने पहली प्रतिक्रिया दी है। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार की नोटबंदी की नीति को तोड़फोड़ का एक रूप करार दिया|उन्होंने इस बात की भी आलोचना की कि जब नए नोट लाए जाते थे तो वे यह नहीं देखते थे कि वे मशीन में जाते हैं या नहीं। वह शनिवार, 20 मई, 2023को नासिक दौरे के दौरान मीडिया से बात कर रहे थे।
“नए नोट पेश करते समय उन्होंने यह भी नहीं देखा कि वे मशीन में जाते हैं या नहीं”: राज ठाकरे ने कहा, “मैंने नोटबंदी के समय भाषण दिया था। यह विध्वंस का एक रूप है। अगर ये बातें विशेषज्ञों से पूछकर की जातीं तो यह समय न आता। कभी कुछ लाने के लिए, कभी उसे बंद करने के लिए। उस वक्त अगर नोट लाए भी जाते थे तो एटीएम में इनका इस्तेमाल तक नहीं किया जाता था|यानी नोट लाते वक्त ये भी नहीं देखा गया कि ये मशीन में जाते हैं या नहीं|
क्या नोटबंदी विफल रही? पत्रकार के इस सवाल पर भड़क गए राज ठाकरे: क्या नोटबंदी विफल रही? इस सवाल पर राज ठाकरे ने कहा, ‘ये बातें मैंने तभी कही थीं। मुझसे जो सवाल पूछे जाते हैं, वे तब नहीं पूछे जाते जब सरकार के लोग आते हैं। फिर मुंह बंद कर दिया जाता है। क्या कोई मुझसे ये सवाल पूछने के लिए पत्रकारों को भेज रहा है?
“… अब दो हजार का नोट के फैसले पर”, अजित पवार ने की मोदी सरकार की आलोचना !