तमिलनाडु के ऊर्जा मंत्री वी सेंथिल बालाजी के ठिकानों पर छापेमारी के एक दिन बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। ईडी ने बुधवार को सुबह उन्हें हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि ईडी अधिकारियों ने जैसे ही उन्हें अपने साथ ले जाने लगे वे फफक कर रोने लगे। इतना ही नहीं उन्होंने अपने सीने में दर्द की शिकायत की थी। जिसके बाद उन्हें जांच के लिए चेन्नई के ओमांदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि बीते दिन जब बालाजी के ठिकानों पर छापामारी की गई थी। उस समय वे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे। जैसे ही उन्हें इस बात की जानकारी मिली वे घर लौट आये। कहा जा रहा है कि छापेमारी उनके चेन्नई स्थित आवास के अलावा पैतृक निवास करूर में भी मारा गया था। बालाजी की गिरफ्तारी को डीएमके ने असंवैधानिक बताया। पार्टी ने कहा कि बीजेपी ने उनके नेताओं को डराने धमकाने का काम कर रही है। यह मामला 2014 है जब बालाजी अन्नाद्रमुक में परिवहन मंत्री थे।
डीएमके नेता को जब सीने में दर्द की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब अस्पताल के बाहर भारी हंगामा देखा गया। अस्पताल के बाहर बालाजी के समर्थकों ने हंगामा और प्रदर्शन किया। इस बीच मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने मंत्रियों की बैठक लेने वाले साथ कानून टीम से भी इस संबंध में चर्चा करने वाले हैं। बालाजी की गिरफ्तारी के बाद राज्यसभा सांसद एनआर एलंगो ने कहा कि इस बात की जानकारी नहीं है कि बालाजी को कहां ले जाया गया है। बता दें कि पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने बालाजी के खिलाफ कैश फॉर जॉब घोटाले में पुलिस और ईडी को जांच की अनुमति दी थी।
ये भी पढ़ें
प्रियंका गांधी की एमपी में “चुनावी आरती”,2014 से पहले कहां थे “चुनावी हिन्दू”
पटना में विपक्षी एकता की बैठक का क्या फायदा? बिहारियों का पलायन रुकेगा?
गुजरात के तट से टकराएगा बिपारजॉय,जलवायु परिवर्तन का नकारात्मक प्रभाव ..