मंगलवार को बेंगलुरु में विपक्ष के महाजुटान में झोल नजर आ रहा है। हालांकि ऊपर ऊपर सब नेताओं ने नमक मिर्च लगाकर बीजेपी पर खूब हमला बोला, लेकिन, हकीकत से दल उतने ही दूर नजर आ रहे हैं। एक ओर जहां कांग्रेस पीएम पद के लिए इच्छुक नहीं है तो टीएमसी ममता बनर्जी को पीएम उम्मीदवार बनाना चाहती है। वहीं, दूसरी ओर सीताराम येचुरी ने दावा किया है कि बंगाल में टीएमसी के साथ कोई गठबंधन है। इतना ही नहीं, महागठबंधन का नया नाम “इंडिया” दिए जाने पर भी क्रेडिट लेने की होड़ शुरू हो गई है। आइये जानते है क्या चल रहा है विपक्ष के “इंडिया” में। बता दें कि इसकी टैगलाइन जीतेगा भारत तय की गई है।
दरअसल, कांग्रेस के पीएम पद की उम्मीदवारी से कदम पीछे लेने के बाद टीएमसी नेता शताब्दी राय ने कहा कि अगर कांग्रेस 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए अपना नेता पीएम कैंडिडेट के लिए नहीं उतारती है तो ममता बनर्जी पीएम उम्मीदवार होंगी। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारी नेता और राज्य की मुख्यमंत्री उस (पीएम) पद तक पहुंचे। उन्होंने यह बयान बीरभूमि में पत्रकारों से बात करते हुए दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम कुछ अलग कर सकते हैं, पीएम पद के लिए सपना देखना या इच्छा रखना कोई बुराई नहीं है। इससे साफ हो गया कि विपक्ष में पीएम की रेस शुरू हो गई।
वहीं, सीपीआई (एम) के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि बंगाल में टीएमसी के साथ कोई गठबंधन नहीं है। सोमवार को उन्होंने कहा कि बंगाल में वाम दल और कांग्रेस मिलकर टीएमसी और बीजेपी को हराएंगे। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि 2004 में केंद्र में सरकार गठित करने के लिए जो रणनीति अपनाई गई थी। वही रणनीति 2024 में भी अपनाई जाएगी।
वहीं, जंगल में आग की तरह विपक्ष का नाम “इंडिया” देने पर फ़ैल गई। उसी तरह इसका क्रेडिट भी लेने वालों की होड़ लगी हुई है। बताया जा रहा है कि विपक्ष के गठबंधन को “इंडिया” नाम देने से नीतीश कुमार नाराज हैं। यह भी कहा जा रहा है कि राहुल गांधी ने अचानक ही इस नाम का सुझाव दिया और ममता बनर्जी ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया। सबसे बड़ी बात तो यह कि इस प्रस्ताव के बारे में नीतीश कुमार को भी कोई जानकारी नहीं थी। बताया जा रहा है कि जब नीतीश कुमार ने इसका विरोध किया तो कांग्रेस ने अन्य दलों के साथ मिलकर इसको अनसुनाकर दिया।
.
नीतीश कुमार को अंग्रेजी शब्द पर आपत्ति जताई थी। बताया जा रहा है कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई,सीधे प्रस्ताव लाया गया। बता दें कि कांग्रेस समर्थित गठबंधन को यूपीए कहा जाता था, लेकिन इस बार इसके नाम में भी बदलाव किया गया है। जिसका नाम INDIA रखा गया है। इस मौके खड़गे , राहुल गांधी और ममता बनर्जी ने इसका मतलब भी बताया। I-Indian, N-National, D-Developmental, I-Inclusive, A-Alliance यानी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस बताया गया। चर्चा यह भी है कि कांग्रेस ने “INDIA” के जरिये विपक्ष के नेतृत्व को हाईजैक कर लिया। वहीं, यह भी दावा किया जा रहा है कि नीतीश कुमार को संयोजक नहीं बनाए जाने से वे नाराज हैं। हालांकि उनके नेता ने इस बात से इंकार किया है कि नीतीश कुमार नाराज हैं। नीतीश कुमार, लालू यादव , तेजस्वी यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही चले गए।
ये भी पढ़ें
सीमा हैदर जैसी कहानी! शादाब के लिए पोलैंड से बेटी संग झारखंड आई बरबरा
एनडीए की बैठक में दिखा भावुक पल, चिराग पासवान को देखते ही पीएम मोदी ने लगाया गले
एनडीए के बैठक में भतीजे चिराग ने पैर छूकर लिया चाचा पशुपति पारस का आशीर्वाद
1977 के विपक्ष के पास था मुद्दा, क्या 2024 का विपक्ष सत्ता में लगा पाएगा सेंध?