केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर 40 फीसदी टैक्स लगाया है| इस टैक्स बढ़ोतरी के बाद महाराष्ट्र समेत देशभर में किसान और व्यापारी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं| एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी सरकार के फैसले की आलोचना की है| इस पर भाजपा सांसद अनिल बोंडे ने प्रतिक्रिया दी|
इस मौके पर अनिल बोंडे ने कहा कि केंद्र सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध नहीं लगाया है| उन्होंने सिर्फ 40 फीसदी टैक्स लगाया है| टैक्स विवाद के बाद सरकार ने किसानों से तुरंत नाफेड से दो लाख टन प्याज खरीदने का फैसला किया है| इस प्याज की कीमत 2410 रुपये घोषित की गई है| सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि किसानों को कोई नुकसान न हो|
शरद पवार की आलोचना करते हुए अनिल बोंडे ने आगे कहा, ”दरअसल, विपक्ष के पास बोलने के लिए नाक नहीं होगी| जब शरद पवार कृषि मंत्री थे तब प्याज को लेकर ऐसी स्थिति पैदा हुई थी| फिर उन्होंने एक मनमानी अवधि के लिए निर्यात प्रतिबंध लगा दिया। सरकार ने अब निर्यात पर रोक नहीं लगाई है, सिर्फ 40 फीसदी टैक्स लगाया है| यह टैक्स केवल स्टॉक करने वाले व्यापारियों पर अंकुश लगाने के लिए लगाया गया है।
शरद पवार की आलोचना करते हुए अनिल बोंडे ने आगे कहा, ”दरअसल, विपक्ष के पास बोलने के लिए नाक नहीं होगी| जब शरद पवार कृषि मंत्री थे तब प्याज को लेकर ऐसी स्थिति पैदा हुई थी| फिर उन्होंने एक मनमानी अवधि के लिए निर्यात प्रतिबंध लगा दिया। सरकार ने अब निर्यात पर रोक नहीं लगाई है, सिर्फ 40 फीसदी टैक्स लगाया है| यह टैक्स केवल स्टॉक करने वाले व्यापारियों पर अंकुश लगाने के लिए लगाया गया है।
पवार भूल जाते हैं कि अपने समय में शरद पवार ने किसानों के कल्याण के लिए कोई काम नहीं किया। कपास का निर्यात भी शरद पवार ने बंद कर दिया था| उन्होंने प्याज के निर्यात पर भी प्रतिबंध लगा दिया| व्यापारियों को सीमित समय के लिए लाभ हुआ। दुर्भाग्य से शरद पवार भूल गए कि किसानों को नुकसान हुआ है| अब वे केवल व्यापारियों का गला काटने का काम कर रहे हैं,” सांसद बोंडे ने भी आरोप लगाया। वह अमरावती में मीडिया से बात कर रहे थे|
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