केंद्र सरकार ने गुरुवार को अगले महीने संसद का विशेष सत्र बुलाया है। यह सत्र 18 से 22 सितंबर तक यह सत्र चलेगा। इस संबंध में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक ट्वीट कर इस की जानकारी दी। गौरतलब है कि संविधान के अनुच्छेद 85 के तहत केंद्र सरकार को विशेष सत्र बुलाने का अधिकार है। इस दौरान पांच बैठकें होंगी। सत्र का एजेंडा तय नहीं है। केंद्र सरकार के इस फैसले विपक्ष गलत टाइमिंग बता रहा है।
सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जी 20 की बैठक के सत्र के अजेंडे को तय किया जाएगा। संसद सत्र बुलाने का निर्णय संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति लेती है, फिर इसे राष्ट्रपति को मंजूरी के लिए भेजा जाता है। राष्ट्रपति से औपचारिक अनुमति मिलने के बाद इसकी अधिसूचना जारी की जाती है। बता दें कि इससे पहले 1977 में विशेष सत्र बुलाया गया था। तब तमिलनाडु में राष्ट्रपति शासन को बढ़ाया जाना था। इसके बाद 2008 में यूपीए की सरकार के दौरान विशेष सत्र बुलाया गया। तब लेफ्ट ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया था। तब मनमोहन सरकार को विश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा था।
Special Session of Parliament (13th Session of 17th Lok Sabha and 261st Session of Rajya Sabha) is being called from 18th to 22nd September having 5 sittings. Amid Amrit Kaal looking forward to have fruitful discussions and debate in Parliament.
ಸಂಸತ್ತಿನ ವಿಶೇಷ ಅಧಿವೇಶನವನ್ನು… pic.twitter.com/k5J2PA1wv2
— Pralhad Joshi (@JoshiPralhad) August 31, 2023
शिवसेना के उद्धव गुट की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी इस पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि यह हिन्दुओं की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा है कि भारत के सबसे महत्वपूर्ण त्योहार गणेश चतुर्थी के दौरान बुलाया गया यह सत्र दुर्भाग्यपूर्ण है। ये हिन्दुओं की भावनाओं के खिलाफ है। उन्होंने तारीख के चयन पर हैरानी जताई है।
#WATCH जिस तरह से प्रह्लाद जोशी ने चोरी-चोरी, चुपके-चुपके यह निर्णय लेकर ट्वीट किया है- मेरा सवाल है कि देश का एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार गणेश चतुर्थी (उस समय मनाया जाएगा)…तो हम जानना चाहते हैं कि यह हिंदू विरोधी काम क्यों हो रहा है? यह फैसला किस आधार पर लिया गया है?…क्या… pic.twitter.com/P6no1kGuKF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 31, 2023
बता दें कि फिलहाल विपक्ष पीएम मोदी के विजय रथ को रोकने के लिए मुंबई में बैठक आयोजित कर रहा है। इससे पहले 22 जुलाई से 11 अगस्त तक मानसून सत्र चला था। जिसमें मणिपुर को लेकर जमकर हंगामा हुआ था। इतना ही नहीं विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था। जो ध्वनि मत से गिर गया था।
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