दिल्ली सरकार की कथित शराब नीति घोटाले के मामले में तिहाड़ जेल में बंद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं।आम आदमी पार्टी को अब यह झटका लगा है कि कई वरिष्ठ नेता जेल में हैं।दिल्ली के पटेल नगर से विधायक राजकुमार आनंद ने हाल ही में मंत्री पद और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है|राजकुमार आनंद ने आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए आप नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं और पार्टी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं|उन्होंने कहा, पार्टी ने भ्रष्टाचार के लिए कुछ नीतियां बनाई हैं, मैं इन नीतियों से सहमत नहीं हूं|मैं विधायक और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं|
पिछले साल नवंबर में प्रवर्तन निदेशालय ने कथित शराब नीति घोटाले में पूछताछ के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को तलब किया था|इससे पहले ईडी ने राजकुमार आनंद के आवास पर छापेमारी की थी|इसके साथ ही ईडी ने राजकुमार आनंद से जुड़े 9 ठिकानों पर छापेमारी की|राजकुमार आनंद पर हवाला लेनदेन में शामिल होने का संदेह था। बताया गया कि यह छापेमारी एक सीमा शुल्क मामले से संबंधित थी।
राजकुमार आनंद 2020 में पहली बार दिल्ली की पटेल नगर सीट से विधायक बने। उनसे पहले उनकी पत्नी वीणा आनंद इस सीट से चुनी गई थीं| केजरीवाल की तीसरी कैबिनेट में दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम की जगह राजकुमार आनंद को शामिल किया गया था| दिल्ली में आयोजित एक बौद्ध सभा में हिंदू देवी-देवताओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए गए| उस कार्यक्रम में राजेंद्र पाल गौतम शामिल हुए थे| इसके बाद राजेंद्र पाल गौतम की काफी आलोचना हुई| इसके बाद उन्हें मंत्री पद गंवाना पड़ा और उनकी जगह राजकुमार आनंद को मंत्री बनाया गया|
दिल्ली हाई कोर्ट ने केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की दिल्ली हाई कोर्ट ने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी। अरविंद केजरीवाल को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है| अरविंद केजरीवाल को कथित शराब नीति घोटाले के सिलसिले में 21 मार्च को ईडी ने गिरफ्तार किया था।
इसके बाद दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की हिरासत में भेज दिया| केजरीवाल फिलहाल तिहाड़ जेल में हैं| इसके बाद हाईकोर्ट ने गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी|
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