शनिवार की रात बीड जिले का मरलवाड़ी गांव सरपंच बापू आंधळे की हत्या करने की सनसनीखेज घटना से पूरे क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है| बताया जा रहा है, बापू आंधळे मरलवाड़ी के सरपंच होने के साथ अजित पवार गुट के कार्यकर्ता और उनके करीबी भी थे। गांव में ऐसी भी चर्चा है की अजित पवार की मदद के साथ उन्हें सरपंच पद मिला था।
शनिवार रात साढ़े आठ बजे परली शहर में सरपंच बापू आंधळे पर अंधाधुंद फायरिंग की गयी, जिससे बापू की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई।इस मामले में शरद पवार गुट के प्रदेश उपाध्यक्ष शशिकांत गित्ते उर्फ़ बबन सहित पांच लोगों पर हत्या और हत्या की कोशिश करने का मामला परली शहर पुलिस चौकी में दर्ज किया गया है।
इस प्रकरण में ज्ञानबा गित्ते (36) ने पुलिस के सामने गवाही दी है, जिसमें उन्होंने कहा है, पांच लोगों द्वारा बापू आंधळे और ज्ञानबा गित्ते को शहर के बैंक कॉलोनी परिसर में बुलाया गया। इसके बाद बबन गित्ते ने बापू से पैसे की मांग की, पैसे नहीं लाने को लेकर बबन और बापू में जोरदार विवाद शुरू हुआ। यह विवाद इतना बड़ा हुआ कि बबन गित्ते ने पिस्तौल निकालकर बापू आंधळे के सिर में ली मार दी,और दूसरे व्यक्ति ने उन पर कोयते से हमला किया। पास ही खड़े तीसरे शख्स ने ज्ञानबा गित्ते की छाती में गोली मारकर उन्हें घायल कर दिया।
इस हत्या मामले में शशिकांत उर्फ़ बबन गित्ते (बैंक कालोनी) ,मुकुंद गित्ते (वाघबेट्ट), महादेव गित्ते (बैंक कालोनी) राजाभाऊ नेहारकर (पांगरी ) और राजेश वाघमोडे (पिंपळगाव गाढ़े) पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। इस घटना के बाद जिला पुलिस अधीक्षक नंदकुमार ठाकुर ने आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की दो टीम गठित की है| और सभी आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ने की बात कही है|
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