22 जनवरी को राम मंदिर के प्राणप्रतिष्ठा समारोह के बाद से ही राम मंदिर पर आतंकी हमले की कई धमकियाँ आती रहीं है। अनेकों आतंकी संगठन राम मंदिर को ध्वस्त करने, श्रद्धालुओं को नुकसान पहुँचाने की धमकी देनेवाले कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर डाल चुके है। जिसको ख़तरा मानते हुए केंद्र सरकार ने अब राम मंदिर को एनएसजी की सिक्युरिटी मुहैय्या कराने का निर्णय लिया है।
इसी के उपलक्ष्य में 17 तारीख से एनएसजी की एक टुकड़ी राम मंदिर आ रही है। मंदिर का पूरा ब्यौरा लेकर, मंदिर में संभावित हमलों की जानकारी के साथ, मंदिर परिसर में जोखिम से भरे सभी जगहों का परिक्षण करने के नजरिए से इस टीम को भेजा हुआ है।
महज चार दिन में अयोध्या के राम मंदिर और मंदिर से जुड़े परिसर एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एनएसजी यहाँ सुरक्षा की समीक्षा भी करनी होगी। जिसके बाद अयोध्या में एसएसजी का एक परमानेंट हब बनाने की और सरकार अपना अंतिम निर्णय लेगी। बता दें की एसएसजी से प्रशिक्षित एसएसजी की टीम के पास फ़िलहाल राम मंदिर के सुरक्षा की जिम्मेदारी है।
अयोध्या में हर रोज करीब 1 लाख से ज्यादा श्रद्धालु आते है, ऐसे में मंदिर, मंदिर परिसर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा करना सुरक्षा विभागों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इस जोखिमभरे काम के लिए अयोध्या में सीआरपीएफ, राज्य पुलिस बल, और एसएसएफ की फ़िलहाल तैनाती की गई है।
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