27.9 C
Mumbai
Thursday, November 28, 2024
होमदेश दुनियारामलला की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज को अमेरिका ने वीजा देने...

रामलला की मूर्ति बनाने वाले अरुण योगीराज को अमेरिका ने वीजा देने से इनकार किया​!

12वां विश्व कन्नड़ सम्मेलन 30 अगस्त से 1 सितंबर तक अमेरिका में आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में अरुण योगीराज उपस्थित रहने वाले थे​,लेकिन अब योगीराज का वीजा खारिज होने पर उनके परिवार ने नाराजगी जाहिर की है​|​

Google News Follow

Related

अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की खूबसूरत मूर्ति बनाने वाले कर्नाटक के मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज को अमेरिका ने वीजा देने से इनकार कर दिया है। वह वर्जीनिया में तीन दिवसीय सम्मेलन के लिए अमेरिका जा रहे थे। 12वां विश्व कन्नड़ सम्मेलन 30 अगस्त से 1 सितंबर तक अमेरिका में आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में अरुण योगीराज उपस्थित रहने वाले थे​,लेकिन अब योगीराज का वीजा खारिज होने पर उनके परिवार ने नाराजगी जाहिर की है​|​

​​अरुण योगीराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने वीजा प्राप्त करने के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज उपलब्ध कराए थे। हालाँकि, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि वीज़ा देने से इनकार क्यों किया गया। अरुण योगीराज की पत्नी विजेता पहले भी अमेरिका का दौरा कर चुकी हैं। तब तो कोई दिक्कत नहीं थी, अब वीज़ा क्यों ख़ारिज कर दिया गया?

​​योगीराज परिवार ने बताया कि अरुण और उनकी पत्नी इस कॉन्फ्रेंस के लिए ही अमेरिका जा रहे थे​|​ सम्मेलन ख़त्म होते ही उन्हें भारत लौटना था​|​ वीजा न दिए जाने पर योगीराज ने भी हैरानी जताई​|

इस बीच, विश्व कन्नड़ परिषद ने अरुण योगीराज को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था। निमंत्रण पत्र में परिषद ने कहा कि मूर्ति निर्माण के कार्य में आपका अद्वितीय योगदान है।आपका कलात्मक दृष्टिकोण इस सम्मेलन को उच्च स्तर पर ले जाएगा। आपका काम रचनात्मकता और नवीनता की भावना को जीवंत करता है, जो हमारे सम्मेलन के उद्देश्य से निकटता से मेल खाता है।

कौन हैं अरुण योगीराज: अरुण योगीराज कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले हैं। उनका परिवार मूर्तिकारों का है. क्योंकि पिछली पांच पीढ़ियों से उनके घर में मूर्तियां बनाने का काम हो रहा था. अरुण योगीराज को न केवल कर्नाटक बल्कि पूरे देश में प्रसिद्ध मूर्ति कलाकारों में से एक माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अरुण योगीराज के काम की सराहना कर चुके हैं. अरुण को मूर्तियाँ बनाने की विरासत अपने परिवार से मिली है।

​​अरुण योगीराज ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा भी बनाई है। उन्होंने मैसूर में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की एक मूर्ति भी बनाई है। उन्होंने मैसूर के राजा की 14 फीट की मूर्ति भी बनाई है। उनके हाथों से बनी हनुमान की 21 फीट की मूर्ति भी मैसूर में स्थापित की गई है। उन्होंने भारतीय संविधान के निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर की 15 फीट ऊंची प्रतिमा भी बनाई है।​उनकी कला पूरे देश तक पहुंची​|​ वह देश के प्रसिद्ध मूर्तिकारों ​में​ एक मूर्तिकार​ हैं।

​यह भी पढ़ें-

अतीक के बेटे का एनकाउंटर करनेवाली टीम होगी ‘राष्ट्रपती शौर्य पदक’ से सन्मानित!

लेखक से अधिक

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

The reCAPTCHA verification period has expired. Please reload the page.

हमें फॉलो करें

98,289फैंसलाइक करें
526फॉलोवरफॉलो करें
201,000सब्सक्राइबर्ससब्सक्राइब करें

अन्य लेटेस्ट खबरें