पिछले 8 महीने से धरने पर बैठे किसान अब दिल्ली की ओर कूच करने वाले हैं। शुक्रवार (6 दिसंबर) दोपहर करीब 1 बजे अपनी मांगों को लेकर किसानों का एक यूनिट ‘दिल्ली चलो’ मार्च निकालेगा। किसानों के मार्च को लेकर प्रशासन भी मुस्तैद नजर आरहा है। किसानों के मार्च को लेकर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर का बयान सामने आया है।
सरवन सिंह पंधेर ने गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस की याद दिलाते हुए कहा की मानवता के लिए गुरु तेग बहादुर ने अपना बलिदान दिया था। ऐसे में आज के दिन देश का किसान अपना बलिदान देने के लिए दिल्ली की ओर कूच करेगा। वहीं पंधेर ने बताया है कि खाप पंचायत ने दिल्ली कूच के मार्च का समर्थन किया है।
बता दें कि पंजाब के किसान एमएसपी, कर्ज माफी, किसानों और खेत मजदूरों के लिए पेंशन और बिजली दरों में कटौती मांग कर रहे हैं। इसी के साथ 2021 की लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 की वापसी और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिए जाने की भी मांग कर रहे हैं।
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दिल्ली पुलिस ने पंजाब के किसानों केद्वारा मार्च से पहले सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस अलर्ट पर है, बॉर्डर पर पुलिस मुस्तैद है, साथ ही सिंघू बॉर्डर पर फिलहाल सुरक्षाबलों की कम संख्या तैनात की गई है। वहीं दूसरी ओर पंजाब-हरियाणा बॉर्डर के शंभू बॉर्डर पर स्थिति के मुताबिक पुलिस तैनाती बढ़ाई जा सकती है, जिससे की ट्रैफिक जैम हो सकता है।