शिवसेना उबाठा गुट के नेता संजय राऊत ने ओमर अब्दुल्ला की अलायंस ख़तम करने की बात पर प्रेस से बात करते हुए कहा की लोकसभा चुनावों के बाद हम सबकी, विशेषकर कांग्रेस की, जिम्मेदारी थी कि हम इंडिया अलायंस को जीवित रखें, साथ बैठें और आगे का रास्ता दिखाएं। वहीं संजय राऊत ने कहा की अगर एक बार इंडिया अलायंस टूट गया तो दुबारा नहीं बनेगा।
कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने बिना नाम लिए अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर विधानसभा चुनाव के लिए राज्य में महा विकास अघाड़ी का सीट बंटवारे का विवाद दो दिन में सुलझ जाता तो निश्चित तौर पर यह फायदेमंद होता और उन्हें ज्यादा फायदा होता। प्रचार का समय है। इसलिए चुनाव के बाद भी महाविकास अघाड़ी के भीतर सीट बंटवारे को लेकर नाराजगी जारी है। वहीं, अब ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत ने वडेट्टीवार की नाराजगी पर प्रतिक्रिया दी।
संजय राऊत ने कहा, “हम सभी इस बात से सहमत हैं कि जिस तरह से भूमि आवंटन प्रक्रिया में देरी हुई या विलंब हुआ, वह अनावश्यक था। अब, विजय वडेट्टीवार को शायद पता होगा कि क्यों, किसने और कैसे इस प्रक्रिया में इतना समय लगा। उबाठा गुट के नेता ने कहा , “यह सच है कि आवेदन के अंतिम दिन तक सीट आवंटन पूरा नहीं हुआ था।”
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इंडिया अलायंस में समन्वय के आभाव के लिए कांग्रेस जिम्मेदार :
संजय राऊत ने ओमर अब्दुल्ला की इंडि अलायंस को ख़त्म करने की बात पर कहा की यह बात सच है की हमने लोकसभा चुनाव साथ लड़ा था और नतीजे भी अच्छे आए थे। उसके बाद हम सबकी, खासकर कांग्रेस की जिम्मेदारी थी कि हम भारत गठबंधन को जिंदा रखें, साथ बैठें और आगे का रास्ता दिखाएं। लेकिन अब तक लोकसभा चुनाव के बाद ऐसी एक भी बैठक नहीं हुई है। यह इंडिया अलायंस के लिए सही नहीं है… उमर अब्दुल्ला, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, अरविंद केजरीवाल जैसे नेता सभी कहते हैं कि भारत गठबंधन का अब कोई अस्तित्व नहीं है। अगर लोगों के मन में ऐसी भावना आती है, तो इसके लिए गठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस जिम्मेदार है। कोई समन्वय नहीं, कोई चर्चा नहीं, कोई संवाद नहीं। इसका मतलब है कि लोगों के मन में इस बात को लेकर संदेह है कि भारत गठबंधन में सब कुछ ठीक है या नहीं… फिर वापस इंडिया अलायंस नहीं बनेगा, एक बार टुटा गया तो।