कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार सरकार ने बिहार में लोगों को धोखा देने के लिए जातिवार सर्वेक्षण कराया| वे पटना के बापू सभागार में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे|उन्होंने देश में विकास कार्यों की योजना के लिए जनगणना को महत्वपूर्ण बताते हुए यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस जातिवार जनगणना की मांग पर कायम है|
इस दौरान राहुल गांधी ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर देश के संविधान को कमजोर करने और हाशिये पर पड़े समुदायों की उपेक्षा करने का आरोप लगाया| उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत का ‘सच्ची आजादी’ वाला बयान देश के संविधान के खिलाफ है| राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षण की 50 फीसदी की सीमा पर्याप्त नहीं है|
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संघ और उसके समर्थक, औद्योगिक घरानों समेत कुछ चुनिंदा संगठन देश चला रहे हैं| उन्होंने कहा कि देश का संविधान सिर्फ किताब नहीं बल्कि दलितों पर अत्याचार भी है| इसके साथ ही उन्होंने दोहराया कि संविधान बचाने वालों और नफरत फैलाने वालों के बीच राजनीतिक लड़ाई चल रही है|
नौकरशाही और अन्य क्षेत्रों में ओबीसी, दलितों और श्रमिकों की भागीदारी की सीमा का पता लगाने के लिए देश भर में जाति-वार जनगणना महत्वपूर्ण है। इसका उद्देश्य न केवल विभिन्न जातियों की संख्या जानना है बल्कि देश की संपत्ति में उनकी हिस्सेदारी भी जानना है।
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