विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि, भारत की राजधानी में बुनियादी सुविधाओं की कमी के बारे में पूछे जाने पर उन्हें विदेश में शर्म आती है। बता दें की उनकी इस टिप्पणी ने दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले एक नई राजनीतिक बहस छेड़ दी है।
विदेश मंत्री ने नई दिल्ली में दक्षिण भारतीय समुदाय के साथ बातचीत के दौरान कहा, “जब भी मैं विदेश जाता हूं, तो दुनिया से एक बात छिपाता हूं। मुझे विदेश जाकर यह कहने में शर्म आती है कि राष्ट्रीय राजधानी में रहने वाले लोगों को घर नहीं मिलते, सिलेंडर नहीं मिलते, जल जीवन मिशन के तहत पाइप से पानी नहीं मिलता और उन्हें आयुष्मान भारत का लाभ नहीं मिलता।”
जयशंकर ने कहा, “जैसे-जैसे भारत वैश्विक मंच पर उभर रहा है, विदेशी नेताओं और निवेशकों के सामने यह स्वीकार करना शर्मनाक है कि हमारी राजधानी अभी भी स्वच्छ पानी, स्वच्छता और बुनियादी ढांचे जैसी बुनियादी समस्याओं से जूझ रही है।”
यह भी पढ़ें:
“यह स्वीकार करने में शर्म आती है कि…”: विदेश मंत्री एस जयशंकर का बयान !
वीकेंड पर बहस: एलन मस्क के इस दावे के बाद एक बार फिर वर्क-लाइफ बैलेंस पर चर्चा!
विदेश मंत्री ने केजरीवाल के नेतृत्व की आप सरकार को दोषी ठहराते हुए दिल्ली में कुप्रबंधन के लिए एक दशक से अधिक समय तक सत्ता में रहने के बावजूद बुनियादी सेवाएं प्रदान करने में विफल होने का आरोप लगाया है। बता दें की जयशंकर की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भाजपा पर कुप्रबंधन का आरोप लगा रहें है।
यह भी देखें: