भारत में अवैध अप्रवासी बांग्लादेशियों के खिलाफ अभियान तेजी से चल रहें है। वहीं राजस्थान के अजमेर से बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी का तजा मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार, यह बांग्लादेशी एक दशक से भी अधिक समय से अजमेर में रह रहें है। साथ ही ये अपने आप को भारत के राज्य पश्चिम बंगाल का बताते हुए खानाबदोश की तरह घूमते थे।
पकडे गए आरोपियों में आलमगीर और शाहीन को वर्ष 2012 में दरगाह इलाके से गिरफ्तार किया गया था। साथ ही दोनो को बांग्लादेश में डिपोर्ट भी किया गया था लेकीन दोनों फिर से एजेंटों के साथ मिलकर लौट आए। अब पुलिस इस बात की पड़ताल में जुटी है की यह लोग किस के सहारे भारत में दाखिल हुए।
साथ ही पुलिस ने अन्य दो बांग्लादेशी अप्रवासियों को गिरफ्तार किया है। घुसपैठियों की पहचान सैयफुल इस्लाम और नूर मोहम्मद के रूप में हुई है। सैयफुल इस्लाम बांग्लादेश के छगलनैया महाराजगंज जिला फैनी से है, तो नूर मोहम्मद अमान बाजार लाल्यान पुलिस थाना हत्थाजारी फतियाबाद का निवासी है। दोनों ने चोरी-छिपे सीमा पार कर भारत में प्रवेश किया था, और खानाबदोश की तरह जीवन बिता रहे थे।
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बता दें की पुलिस को अवैध अप्रवासियों के खिलाफ चलाए अभियान के दौरान बड़ी समस्या का सामना करना है, उन्होंने कई संदिग्ध लोगों के पास आधार कार्ड, रेशन कार्ड, जनप्रमाण पात्र भी पाए हैं। इन दस्तावेजों को सत्यापित करना भी मुश्किल है। बता दें की बीते दिनों जयपुर पुलिस ने भी अवैध प्रवासियों के खिलाफ अभियान में 500 अवैध संदिग्धों को गिरफ्तार किया था जिनमें 269 रोहिंग्याओं की पहचान की गई।