बिहार के पूर्णिया में हिंदू लड़कियों को वेश्यावृत्ति में धकेलने वाले एक गिरोह को गिरफ्तार किया गया है। इस सेक्स रैकेट का मुख्य आरोपी का नाम आफताब बताया जा रहा है। हैरानी की बात यही है की आफताब, अंकित तिवारी बनकर हिंदू लड़कियों को ठग रहा था। आरोपी आफताब के साथ मौसम और शाकिब काम करते थे।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार (29 जनवरी) को पूर्णिया के कटिहार मोड़ इलाके में की गई छापेमारी में 11 नाबालिग लड़कियों को बचाया गया। जानकारी मिली है की उन सभी लड़कियों को वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया गया था। पुलिस छापेमारी में 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 6 पुरुष और 26 महिलाएं हैं।
बचाई गई लड़कियों में से एक ने पूरे गिरोह के बारे में जानकारी दी। उसने कहा, इस गिरोह का सरगना आफताब खान है। उसने अपना नाम बदलकर अंकित तिवारी रख लिया था। उन्होंने एक थार कार खरीदकर उस पर ‘जय बजरंग बली’ लिखवाया था।
आफताब अपने बदले हुए नाम के सहारे खुद को कट्टर हिंदू बताता था। इसके बाद उसने हिंदू लड़कियों को फंसाना शुरू किया, अफ्तार हिन्दू लड़कियों को शादी का लालच देकर धमकाता था और वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करता था। रिपोर्ट के अनुसार, उसके कारोबार में तीन अन्य लोग भी शामिल थे। इन सभी मुस्लिम युवकों ने अपने मुस्लिम नाम बदलकर हिन्दू नाम रख लिये थे।
इनमें से एक का नाम मोहम्मद शाकिब है, जिसने अपना नाम बदलकर राजीव शाह रख लिया था। शाकिब अलग-अलग इलाकों से लड़कियों को लाकर उनसे वेश्यावृत्ति कराता था। इसके साथ ही मौसम खान ने अपना नाम बदलकर ऋषभ शाह रख लिया। अनजान नंबरों से लड़कियों से दोस्ती करता और उन्हें वेश्यावृत्ति में धकेल देता। मौसम के खिलाफ एक लड़की की हत्या का मामला भी दर्ज है।
इसी तरह गुड्डू खान नामक युवक भी इस पूरे मामले में शामिल है। इस पूरे गिरोह में जुबैदा नाम की एक महिला भी शामिल है। उसने अपना नाम कैटरीना रखा है। चारों ने आसपास की हिन्दू आबादी के साथ घुलने-मिलने के लिए हिन्दू नाम अपना लिये थे।
वह लड़कियों को वेश्यावृत्ति में धकेलने के लिए प्रति रात 10,000 रुपये लेते थे। लड़कियों को दूसरे राज्यों में भी बेचते थे। लड़कियों की खूबसूरती के आधार पर उन्हें 5 लाख रुपए तक में बेचा जाता था। बचाई गई लड़की ने बताया कि वह कुछ दलालों से लड़कियां भी खरीदता था।
यह भी पढ़ें:
अजमेर से 4 बांग्लादेशी गिरफ्तार, खानाबदोश बन घूमते थे घुसपैठिए
वीकेंड पर बहस: एलन मस्क के इस दावे के बाद एक बार फिर वर्क-लाइफ बैलेंस पर चर्चा!
इस बीच, पुलिस ने इस मामले में बचाई गई नाबालिग लड़कियों को किशोर सुधार गृह भेज दिया है। बाकी सभी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कारवाई शुरू की है। हालांकि, आफताब अभी भी फरार है। उसके लिए छापेमारी की जा रही है।
यह भी देखें: