अमन अरोड़ा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नशा तस्करों को यह समझ लेना चाहिए कि अगर वह इस धंधे को छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं, तो उन्हें पंजाब छोड़ देना चाहिए। नशे के कारोबार से जुड़े लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कहते हुए उन्होंने नशा तस्करों को जमानत दिलाने वाले गांव के सरपंचों और नंबरदारों को भी चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अगर इन नेताओं ने नशे के कारोबार में मदद की तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
पंजाब पुलिस की सराहना करते हुए अमन अरोड़ा ने कहा कि हाल ही में अमृतसर में मंदिर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने एक शानदार एनकाउंटर किया, जिससे यह साबित होता है कि जो भी पंजाब के माहौल को खराब करने की कोशिश करेगा, उसका पंजाब पुलिस मुंह तोड़ जवाब देगी।
अमन अरोड़ा ने नशे के खिलाफ चलाए गए अभियान की सराहना करते हुए कहा कि पंजाब सरकार और पुलिस ने नशे के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है। यह युद्ध तब तक जारी रहेगा जब तक नशे का कारोबार पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में पंजाब में नशे की तस्करी के मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन अब इस पर कड़ी कार्रवाई हो रही है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि पिछले 16 दिनों में पटियाला जिले में नशे के तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। नशा तस्करों के कई नेटवर्क को ध्वस्त किया गया है और महत्वपूर्ण रिकवरी भी हुई है। पटियाला जिले में नशे के कारोबार पर काबू पाने के लिए प्रशासन और पुलिस की तरफ से शानदार काम किया जा रहा है।
अमन अरोड़ा ने आगे कहा कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस युद्ध में पूरी तरह से साथ हैं और नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को और मजबूती देंगे।
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