प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (17 मार्च) को अमेरिका की पूर्व कांग्रेस सदस्य तुलसी गबार्ड से मुलाकात की और उन्हें प्रयागराज में हाल ही में संपन्न महाकुंभ का पवित्र जल भेंट किया। वहीं गबार्ड ने बदले में प्रधानमंत्री मोदी को एक ‘तुलसी माला’ दी, जो हिंदू संस्कृति में आध्यात्मिक महत्व रखती है।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने तुलसी गबार्ड को महाकुंभ के महत्व और इसकी ऐतिहासिकता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस साल आयोजित महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, जिससे यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन बना। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं भी इस महाकुंभ में डुबकी लगाई थी।
तुलसी गबार्ड हिंदू धर्म का पालन करती हैं, वे फ़िलहाल वर्तमान में हिंद-प्रशांत क्षेत्र की बहु-राष्ट्रीय यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बैठक में राजनाथ सिंह ने अमेरिका में सक्रिय खालिस्तानी चरमपंथियों, विशेष रूप से प्रतिबंधित संगठन ‘सिख्स फॉर जस्टिस’ (SFJ), की गतिविधियों पर चिंता जताई। भारत ने अमेरिकी प्रशासन से इस संगठन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील की है।
गबार्ड ने इस यात्रा के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी भेंट की, जहां खुफिया सहयोग, साइबर सुरक्षा और रक्षा संबंधों को लेकर चर्चा हुई। अमेरिका और भारत के बीच सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए यह बैठकें महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।
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प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर साझा कीं और लिखा, “तुलसी गबार्ड से मिलकर प्रसन्नता हुई। हमने भारत-अमेरिका साझेदारी को और सशक्त बनाने पर चर्चा की, जिसमें वैश्विक सुरक्षा, आतंकवाद से निपटने और साइबर सुरक्षा जैसे मुद्दे शामिल थे।” गबार्ड की इस यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, खासकर सुरक्षा, रक्षा और सांस्कृतिक सहयोग के क्षेत्रों में।