हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि नागपुर में हुई पथराव और आगजनी की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह महाराष्ट्र की प्रतिष्ठा को धूमिल करने वाली है। पार्टी ने कहा कि कुछ ताकतें राज्य में शांति को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन हमें उम्मीद है कि राज्य सरकार और पार्टी शांति और सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। कांग्रेस की समिति दंगा प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का निरीक्षण करेगी और शांति बहाल करने का प्रयास करेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को विधानसभा में नागपुर हिंसा के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा था कि इस मामले में जांच जारी है और फिलहाल शहर में शांति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि नागपुर में 1992 के बाद से कभी दंगे नहीं हुए और यह हालिया घटनाएं जानबूझकर भड़काई गईं। जिन लोगों का इस हिंसा में हाथ है, उन्हें “कब्र से भी खोदकर हम बाहर निकालेंगे”।
उल्लेखनीय है कि नागपुर में सोमवार शाम हिंसा हुई, जिसमें कई पुलिस अधिकारी और अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गए। हिंसा के बाद बड़ी संख्या में नामजद और अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
इस हिंसा में उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी थी और तोड़फोड़ की थी। हिंसा की शुरुआत तब हुई जब दो गुटों के बीच तनाव बढ़ा और स्थिति बेकाबू हो गई। पथराव, आगजनी और तोड़फोड़ के कारण इलाके में तनाव फैल गया है। स्थिति को देखते हुए पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।