मुंबई। कोरोना संकट के दौरान स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर रिक्त पदों की वजह से भारी परेशानी हो रही है। ऐसे में अब महाराष्ट्र की महाआघाडी सरकार को खाली पद भरने की सुध आई है। कैबिनेट की मंजूरी के बाद अब भर्ती प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है। गुरुवार राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में ‘ए’ समूह के 2 हजार, ‘बी’ समूह के 2 हजार पदों, ‘सी’ और ‘डी’ समूह के 12 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। 2 हजार विशेषज्ञ डॉक्टर, 2 हजार मेडिकल ऑफिसर और 12 हजार नर्स, वार्ड बॉय, क्लर्क, चपरासी, ड्राइवर के पदों पर भर्ती की जाएगी।
पद भर्ती के लिए सरकार के स्तर पर एक सप्ताह में कार्यवाही पूरी कर ली जाएगी। ‘ए’ समूह के पद एमपीएसी के जरिए भरे जाएंगे। ‘बी’ समूह के पदों के लिए साक्षात्कार स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास के स्तर पर होगा। जबकि ‘सी’ और ‘डी’ समूह के पदों के लिए एजेंसी के जरिए परीक्षा आयोजित की जाएगी।
राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में जालना को अधिक रेमडेसिविर इंजेक्शन मिलने को लेकर मंत्रियों की नाराजगी पर स्वास्थ्य टोपे ने सफाई दी है। उन्होंने कहा कि गलतफहमी हो गई थी। जालना जिले को ज्यादा रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं दिया गया है। जालना के नाम पर 12 जिलों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन आया था, जिसको जालना जिला प्रशासन की ओर से सभी जिलों में वितरित कर दिया गया है।
टोपे ने कहा कि 45 साल से अधिक आयु वाले जिन लोगों ने कोवैक्सीन टीके की पहली खुराक ली है। उन्हें 42 दिनों के भीतर टीके की दूसरी खुराक देना आवश्यक है। इसके लिए केंद्र सरकार से को वैक्सीन का टीका मांगा गया है। यदि केंद्र सरकार से दो दिनों में को वैक्सीन टीके की दूसरी खुराक उपलब्ध नहीं हो पाई तो राज्य सरकार 18 से 44 साल वालों के लिए खरीदे गए टीके को 45 साल से अधिक आयु वालों के लिए इस्तेमाल करने की अनुमति देगी।