फिल्मों के म्यूजिक के सरताज ए आर रहमान का आज 56वां जन्मदिन है। हिंदी सिनेमा की फिल्मों में म्यूजिक बहुत मायने रखता है। ए आर रहमान जिन्होंने हिंदी के अलावा कई भाषाओं की फिल्मों में अपना संगीत दिया है। 6 जनवरी 1967 को तमिलनाडु में जन्मे ए आर रहमान ने अपने संगीत से दुनिया भर के दिलों को छुआ है। एआर रहमान हिंदू परिवार में पैदा हुए. उनका नाम दिलीप कुमार रखा गया। जब रहमान 23 साल के हुए तो उन्होंने अपने गुरु कादरी इस्लाम से प्रभावित होकर इस्लाम कबूल कर लिया। रहमान का पूरा नाम अल्लाह रखा रहमान है।
साल 1991 में रहमान ने फिल्मों के लिए म्यूजिक बनाना शुरू किया। मणिरत्नम ने अपनी फिल्म ‘रोजा’ में उन्हें संगीत देने का मौका दिया। यह पहली दक्षिण भारतीय फिल्म थी, जिसके गाने हिंदी में डब हुए और सुपरहिट रहे। 2013 आते-आते रहमान का नाम पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका था। उनके नाम किसी कंसर्ट के सबसे महंगे टिकट बिकने का रिकॉर्ड भी है।
रहमान ने 90 के दशक की शुरुआत में संगीत की दुनिया में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने ‘रोजा’, ‘बॉम्बे’, ‘ताल’, ‘लगान’, ‘स्वदेस’, ‘रंग दे बसंती’ जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्मों के लिए यादगार बैकग्राउंड स्कोर दिया। ‘वंदे मातरम’ गाने को लेकर देश उनका हमेशा सम्मान करेगा। रहमान अब तक छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो ऑस्कर पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार, एक गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, 15 फिल्मफेयर पुरस्कार और दक्षिण भारतीय फिल्मों के लिए 17 साउथ फिल्म फेयर पुरस्कार मिल चुके हैं।
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