मुंबई। अचानक रविवार को 98 साल के वेटरन एक्टर दिलीप कुमार की सेहत में गिरावट के बाद उन्हें हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया। वे डॉ. जलील पारकर की निगरानी में हैं। पिछले महीने भी वे इसी हॉस्पिटल में भर्ती हुए थे। तब भी यही कहा जा रहा था कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही है। लेकिन बाद में उनकी पत्नी सायरा बानो ने आधिकारिक स्टेटमेंट जारी कर कहा था कि वे रुटीन चैकअप के लिए अस्पताल में एडमिट हुए थे। सभी चैकअप के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था। कोरोना के चलते पिछले साल दिलीप कुमार के दो छोटे भाइयों का इंतकाल हो गया।
21 अगस्त को 88 साल के असलम का और फिर 2 सितंबर को 90 साल के अहसान चल बसे। इसके चलते सायरा बानो और दिलीप कुमार ने 11 अक्टूबर को अपनी शादी की 54वीं सालगिरह का जश्न नहीं मनाया था। दिलीप कुमार का असली नाम मोहम्मद यूसुफ खान है। उन्होंने ‘ज्वार भाटा’ (1944), ‘अंदाज’ (1949), ‘आन’ (1952), ‘देवदास’ (1955), ‘आजाद’ (1955), ‘मुगल-ए-आजम’ (1960), ‘गंगा जमुना’ (1961), ‘क्रान्ति’ (1981), ‘कर्मा’ (1986) और ‘सौदागर’ (1991) समेत 50 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्मों में काम किया है। बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें 8 बार बेस्ट एक्टर के तौर पर फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला। हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सम्मान दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से भी उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। 2015 में सरकार ने उन्हें देश का दूसरा सबसे बड़े सम्मान पद्म भूषण भी दिया था।