OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी आज कई वेब सीरीज, शेरशाह की मची धूम

OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी आज कई वेब सीरीज, शेरशाह की मची धूम
मुंबई। कोरोना की वजह से सिनेमाघर बंद होने के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म पर फिल्में रिलीज हो रहीं हैं। आज यानि शुक्रवार को कई वेब सीरीज रिलीज हो रही हैं। वहीं  आज नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, सोनी लिव सहित कई प्लेटफार्म पर फिल्में और वेब सीरीज रिलीज हो रही हैं।
भुज द प्राइड ऑफ़ इंडिया: अजय देवगन की फिल्म भुज का फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। यह फिल्म 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए युद्ध पर आधारित है। फिल्म में अजय देवगन स्क्वॉड्रन लीडर विजय कार्णिक के किरदार में नजर आने वाले हैं। ये फिल्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर आज रिलीज होने वाली है। इस फिल्म में अजय के साथ नोरा फतेही, सोनाक्षी सिन्हा, एमी विर्क, संजय दत्त और शरद केलकर लीड रोल में नजर आने वाले हैं।
 द किंगडम: स्पेनिश ड्रामा फिल्म द किंगडम आज रिलीज होने वाली है। यह नेटफ्लिक्स पर आज रिलीज होगी।
 शांति क्रांति: शांति क्रांति तीन दोस्तों की कहानी है जो एक रोड ट्रिप पर जाते हैं। ये रोड ट्रिप मस्ती, इमोशन्स से भरी होने वाली है। इसकी पूरी कहानी दोस्ती पर आधारित है। शांति क्रांति में मराठी एक्टर अभय महाजन, आलोक राजवाड़े और ललित प्रभाकर लीड रोल में नजर आएंगे।
शेरशाह: हालांकि शेरशाह ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है। दर्शकों को शेरशाह को खूब प्यार मिल रहा है। यह फिल्म अमेजॉन प्राइम पर 12 अगस्त को रिलीज हुई। यह फिल्म  शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा के जीवन पर आधारित है। जिसका किरदार सिद्धार्थ मल्होत्रा  निभाया है। यह फिल्म कारगिल में शहीद हुए कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक है। उनके बचपन से लेकर आखिरी सांस तक के सफर में उनके साथ जीने का मौका फिल्म शेरशाह आपको देने वाली है। 2 घंटे 15 मिनट की इस फिल्म में कैप्टन की कहानी आपके दिल पर गहरी छाप छोड़ेगी।
सबसे पहले उन्हें पॉइंट 5140 को पाकिस्तान से अपने कब्जे में वापस लेने का टास्क दिया जाता है। जिसे कैप्टन बहुत ही जांबाजी से लड़ते हुए फिर से भारत के नियंत्रण में ले लेते हैं। उसके बाद पॉइंट 4875 जिसे टाइगर हिल का कोड दिया गया था उस पर कब्जे के लिए कैप्टन विक्रम बत्रा खुद कब्जा करने की जिम्मेदारी लेते हैं और फिर अपनी टीम के साथ मजबूत जगह पर जमे पाकिस्तानी सैनिकों के पैर उखाड़ देते हैं। इस पर कब्जे के लिए उन्हें सामने से हमला करना होता है और अपने साथी सैनिकों को बचाने के लिए वो दुश्मन की गोलियों का शिकार हो जाते हैं।
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