चार तालुकाओं तासगांव, मिरज, कवठे महाकाल और पलुस में बेमौसम बारिश ने अंगूर उत्पादकों के मुंह को उदास कर दिया है। मंजर्डे (तासगांव), अंकलखोप (पालुस) और बुधगांव (मिराज) में भारी वर्षा दर्ज की गई। आज सुबह तक जिले में औसतन 21.1 मिलीमीटर बारिश हुई है और सबसे ज्यादा बारिश पलुस तालुका में हुई|
जिले में पिछले चार दिनों से बेमौसम बारिश हो रही है और गुरुवार रात को भी चार तालुकों में बेमौसम बारिश जारी रही| रात भर हुई बारिश के कारण गन्ना, गेहूं आदि की फसलों में घुटनों तक पानी भर गया और जो नाले इस मौसम में नहीं भरते थे, वे सुबह उफान पर थे।
जिला कृषि विभाग ने बताया कि रात के दौरान अंकलखोप, भीलवाड़ी, नागठाणे क्षेत्र में 64.5 मिमी और मांजर्डे (तासगांव) और बुधगांव (मिराज) में 62.3 मिमी बारिश हुई है| गुरुवार की रात जिले में औसत वर्षा 21.1 मिमी है और तालुक-वार बारिश मिराज 28, जाट 4.4, वीटा 27.1, वलवा 17.5, तासगांव 38.2, शिराला 5.8, अटपाडी 10.5, पलुस 40 और कडेगांव 23.1 मिमी है।
बेमौसम बारिश के कारण मिराज ईस्ट, पलुस, तासगांव, कवठे महांकाल की अंगूर बेल्ट को काफी नुकसान हुआ है और खिले हुए गुच्छे सड़ने लगे हैं| इसलिए बगीचे में काटे गए गुच्छे चटकने लगे हैं। इससे इस साल फसल बर्बाद होने का डर है और उमस भरे मौसम के कारण खरपतवार का प्रकोप बढ़ गया है| साथ ही तैयार अंगूरों में रिवर्स शुगर के भी संकेत हैं और इसका असर स्वाद पर पड़ेगा| पलुस तालुका में कटे गन्ने को भी नुकसान होगा।
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