सांख्यिकी मंत्रालय के अनुसार जुलाई महीने में ग्राहक कीमत निर्देशांक की महंगाई दर में लक्षणीय गिरावट हुई है। सोमवार (12 अगस्त) को पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 वर्षों में यह सबसे कम महंगाई दर है। फ़िलहाल अर्बन इंफ्लेशन को देखे तो यह 2.98 प्रतिशत तो रुरल इंफ्लेशन 4.10 प्रतिशत है।
रिपोर्ट के अनुसार ग्राहक कीमत निर्देशांक के सभी समूहों में मुद्रास्फिती की कमी देखी गई है। हालाँकी, सब्जियां, फल और मसलों में मुद्रास्फीति की गिरावट लक्षणीय रही। ऑल इंडिया कंज्यूमर फ़ूड प्राइज इंडेक्स (CFPI) की के अनुसार जून 2023 के मुकाबले जुलाई 2024 का फ़ूड इंफ्लेशन काफी कम है, जबकि वार्षिक फ़ूड इंफ्लेशन देशभर में 5.42 प्रतिशत है। फ़ूड इंफ्लेशन की बात करें तो वार्षिक दर के अनुसार, रुरल इंफ्लेशन 5.89 प्रतिशत और अर्बन इंफ्लेशन 4.63 प्रतिशत बताया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है की महंगाई में हो रही गिरावट रिजर्व बँक ऑफ़ इंडिया के लिए राहत का काम करेगी। विशषेज्ञों को आशा है, की इस बार गिरावट के चलते आरबीआई अपने रेट अगली क्वाटर के लिए कम कर देंगे। वहीं आरबीआई ने पिछले सप्ताह अपनी बात रखकर इशारा दिया था की अच्छी बारिश के चलते खाद्य सामग्री की महंगाई में राहत की अपेक्षा की जा सकती है। साथ ही अनाज के बफर स्टॉक में भी बढ़ोतरी के चलते जुलाई से फ़ूड इंफ्लेशन में राहत मिलेगी।
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