मुंबई। सोने की कीमत में फिलहाल कई वजहों से गिरावट देखी जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जून माह के मध्य से अब तक सोने की कीमत में करीब 2.5 फीसदी की गिरावट आई है। स्वर्ण कारोबारी और बुलियन मार्केट के विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट अस्थायी है और जल्द ही सोने की कीमत में तेजी आने की उम्मीद है। कुछ महीने पहले सोने का भाव 55 हजार रुपए प्रति तोला था। बीच में घटकर 43 – 44 हजार रुपए तक आ गया था। फिलहाल सोने का भाव 45 – 46 हजार रुपए तक पहुंच गया है। इसलिए, इन विशेषज्ञों का मानना है कि सोने के जल्द ही बेहतर दिन आने वाले हैं।
चांदी भी चढ़ेगी: अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमत में गिरावट आई है। इसलिए भारत में भी सोने की कीमत में गिरावट आई है। ऑल इंडिया जेम्स एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल के अध्यक्ष आशीष पेठे ने कहा है कि दीपावली तक सोने की कीमत में फिर से तेजी आएगी। चांदी की कीमत में भी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। पेठे ने यह भी कहा कि भविष्य में चांदी की कीमत भी बढ़ेगी। चांदी जो 73,हजार रुपए तक पहुंच गई थी, फिलहाल 63 हजार रुपए प्रति किलो है।
गिरावट में कम ही सही, पर जरूर खरीदें: सोने की कीमत में गिरावट वैश्विक कोरोना संकट, विकास की अनिश्चितता, अमेरिका में बॉन्ड में गिरावट, बढ़ती बेरोजगारी और यूएस फेड की कोरोना-दौर के पैकेज को वापस लेने की नीति के कारण थी। एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष प्रथमेश माल्या के अनुसार, यही स्थिति कुछ और हफ्तों तक जारी रहेगी। ने कहा। सोने जैसी कीमती धातुओं को हर गिरावट के दौर में कम मात्रा में ही सही, पर जरूर खरीदना चाहिए। सोने की पिछली उछाल के दरमियान कई निवेशक सोने में लाभ कमाने के अवसर से वंचित रह गए। उनके लिए अब गिरावट एक अवसर है। माल्या का मानना है कि कुछ महीनों में सोने की कीमत 47 हजार रुपए तक पहुंच सकती है।