जवाहरलाल नेहरू पोर्ट अथॉरिटी (JNPA) और इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन (IPA) ने, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) के तत्वावधान में, आज मुंबई में ‘लीडर्स’ डायलॉग ऑन ग्रीन एंड डिजिटल मैरीटाइम कॉरिडोर्स’ का आयोजन किया। यह आयोजन इंडिया मैरीटाइम वीक 2025 (27–31 अक्टूबर, बॉम्बे एग्ज़ीबिशन सेंटर, मुंबई) की तैयारी का औपचारिक आगाज़ रहा। इसमें 300 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिनमें वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्ति, उद्योग जगत के नेता और वैश्विक समुद्री क्षेत्र के हितधारक शामिल थे।
वीडियो संदेश में केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व में भारत–सिंगापुर संबंध विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं। ग्रीन और डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर लो-एमिशन तकनीकों को बढ़ावा देंगे, डिजिटल टूल्स को सशक्त करेंगे और समुद्री संचालन में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे। ये सिर्फ व्यापार मार्ग नहीं, बल्कि आर्थिक, हरित और डिजिटल रास्ते हैं जो वैश्विक व्यापार की दिशा बदलेंगे।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “वाढवण पोर्ट पहले ही दिन से दुनिया के शीर्ष 10 बंदरगाहों में शामिल होगा, जो भारत के समुद्री इंफ्रास्ट्रक्चर परिदृश्य को बदल देगा।” सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री गान किम योंग ने 60 साल पुराने भारत–सिंगापुर साझेदारी की सराहना करते हुए कहा, “ग्रीन शिपिंग, नवीकरणीय ऊर्जा और समुद्री नवाचार में हमारा सहयोग सतत भविष्य की ओर तेजी से कदम बढ़ाएगा।” वहीं, सिंगापुर के कार्यवाहक परिवहन मंत्री जेफ़्री सियो ने बताया कि सितंबर 2025 में होने वाला ग्रीन एंड डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर पर एमओयू, तकनीकी और सतत विकास में संयुक्त कार्य का मजबूत आधार बनेगा।
MoPSW सचिव टी. के. रामचंद्रन ने अंतरराष्ट्रीय कॉरिडोर्स की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि IMEEC, INSTC और EMC जैसे प्रोजेक्ट वैश्विक समुद्री एकीकरण और सतत विकास के इंजन हैं। उन्होंने मार्च 2025 में हस्ताक्षरित भारत–सिंगापुर ग्रीन एंड डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर को स्वच्छ ऊर्जा, स्मार्ट लॉजिस्टिक्स और डिजिटल नवाचार की प्राथमिकताओं के अनुरूप बताया।
संयुक्त सचिव (पोर्ट्स) आर. लक्ष्मणन ने कहा, “यूनाइटिंग ओशन्स, वन मैरीटाइम विज़न सिर्फ नारा नहीं, बल्कि दुनिया के समुद्री हितधारकों को एक मंच पर लाने की हमारी प्रतिबद्धता है।” JNPA चेयरमैन उन्मेष शरद वाघ ने स्वागत भाषण में कहा कि JNPA भारत की समुद्री दृष्टि को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहा है और अब समय है “ग्रीनर, स्मार्टेर, मोर कनेक्टेड कॉरिडोर्स” की दिशा में आगे बढ़ने का।
इस संवाद में समुद्री सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्धियां, अंतरराष्ट्रीय सहयोग, और सतत व लचीले समुद्री आर्थिक कॉरिडोर्स पर पैनल चर्चाएं हुईं। आयोजन में ASSOCHAM इंडस्ट्री पार्टनर और ग्रांट थॉर्नटन भारत एलएलपी नॉलेज पार्टनर रहे।
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