ज़ेरोधा के सह-संस्थापक और भाई नितिन कामथ और निखिल कामथ देश के सबसे अमीर उद्यमियों में से एक होने के अलावा व्यक्तिगत क्षमता में भारत के शीर्ष 10 परोपकारी लोगों में से हैं। एडेलगिव हुरुन परोपकार सूची 2022 के अनुसार उनकी ओर से किया गया दान पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वित्तीय वर्ष 22 में 308 प्रतिशत बढ़कर 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जिससे वे भारत में नौवें सबसे बड़े व्यक्तिगत दाता बन गए।
वहीं हुरुन इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार दोनों भाइयों ने अपनी संपत्ति का एक चौथाई हिस्सा परोपकार के लिए दान कर दिया है, उनकी अगले तीन वर्षों में और 750 करोड़ रुपये वापस देने की योजना है। इसके अलावा 36 वर्षीय निखिल कामथ सूची में सबसे कम उम्र के परोपकारी व्यक्ति के रूप में शामिल हैं। कामथ भाइयों के दान का प्राथमिक कारण आपदा राहत है। वे जिन अन्य सामाजिक कार्यों का समर्थन करते हैं उनमें पर्यावरण और स्थिरता शामिल हैं।
हुरुन इंडिया के अनुसार ‘पर्यावरण और स्थिरता’ के लिए कामथ भाइयों ने वित्त वर्ष 22 में 46 प्रतिशत वृद्धि के साथ 193 करोड़ रुपये दान में दिए हैं। वहीं निखिल और नितिन कामथ और बिन्नी बंसल ने पिछले साल की तुलना में अपने दान में 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि की। स्टार्ट-अप के संस्थापकों की तरफ से किया गए ऐसे कई कार्य भारतीय परोपकार की अवस्था को एक उच्च कक्षा में ला सकते हैं।
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