महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन एमेरिटस केशब महिंद्रा का बुधवार को निधन हो गया। वे 99 साल के थे।INSPACe के प्रेसिडेंट पवन गोयनका ने एक पोस्ट कर इस संबंध कर जानकारी दी। केशब महिंद्रा 1947 में अपने पिता की कंपनी में शामिल हुए थे। जो वाहनों के बनाने और बिक्री का काम करती थी। इसके बाद उन्होंने 1963 से लेकर 2012 तक प्रभावशाली कार्यकाल के लिए मुंबई लिस्टेड ग्रुप के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। केशब महिंद्रा अपने रिटायरमेंट के बाद अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को अपना उत्तराधिकारी बना दिया।
गौरतलब है कि हाल ही में फोर्ब्स पत्रिका ने 2023 की सूची में शामिल किया था।फोर्ब्स पत्रिका के अनुसार केशब महिंद्रा सबसे उम्रदराज बिजनेसमैन हैं। केशब महिंद्रा की 1.2 बिलियन डॉलर संपत्ति आंकी गई है। बता दें कि केशब महिंद्रा ने पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी अमेरिका से स्नातक की पढ़ाई की है। उन्होंने महिंद्रा ग्रुप में 1947 में शामिल हुए थे और 1963 में कंपनी के अध्यक्ष बने थे। केशब महिंद्रा केंद्रीय उद्योग परिषद सहित कई समितियों में सलाहकार के रूप में कार्य किये हैं। केशब महिंद्रा को 1987 केशब महिंद्रा को फ़्रांसिसी सरकार ने सम्मानित किया था। इसके अलावा महिंद्रा 2004 से लेकर 2910 तक प्रधानमंत्री की काउंसलिंग ऑफ़ ट्रेड एंड इंडस्ट्री नई दिल्ली के सदस्य रहे हैं।
केशब महिंद्रा ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्र में बड़ी संख्या में बोर्ड और काउन्सिल में भी काम कर चुके हैं। बता दें कि 2010 में भोपाल की एक अदालत ने भोपाल दुर्घटना के मामले में महिंद्रा सहित सात आरोपियों को दोषी ठहराया था और उन्हें अधिकस्टाम दो साल की सजा सुनाई गई थी। उस समय महिंद्रा यूनियन कार्बाइड के नॉन एग्जीक्यूटिव प्रेजिडेंट थे।
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