नई दिल्ली। कृषि मंत्री नितिन गडकरी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) की क्षमता पर भरोसा जताते हुए गुरुवार को यह बात कही। अमेजन इंडिया के एक कार्यक्रम को वर्चुअल प्लेटफार्म के जरिये संबोधित करते हुए केंद्रीय एमएसएमई मंत्री ने कहा कि ग्लोबल सप्लाई चेन अहम बदलाव के दौर से गुजर रही है। तमाम देश चीन से बाहर आपूर्ति की संभावनाएं तलाश रहे हैं। भारत के एमएसएमई सेक्टर में इस ग्लोबल सप्लाई चेन का हिस्सा बनने की व्यापक क्षमता है। उन्होंने महामारी की लहर से लड़ने में एमएसएमई सेक्टर की क्षमता पर पूरा भरोसा जताया। ‘एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन हैं। कोरोना महामारी ने हमारे एमएसएमई के समक्ष एक गंभीर चुनौती रखी थी और मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि हमारे उद्यम बदली परिस्थितियों में ढलने में सक्षम रहे और साथ ही देश को विकास के रास्ते पर लाने में भी मददगार बने।’
उन्होंने कहा कि सही इनपुट और गुणवत्ता को कायम रखते हुए टेक्नोलॉजी को अपनाने से यह सेक्टर लंबी दौड़ में सफल रहेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि समय के साथ यह स्पष्ट हो गया है कि भविष्य में भारतीय एमएसएमई की प्रतिस्पर्धी क्षमता और सफलता में टेक्नोलॉजी की भूमिका बहुत अहम होने जा रही है। घरेलू और वैश्विक दोनों स्तर पर इसकी भूमिका रहेगी। उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भारतीय एमएसएमई सेक्टर का डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन हो, जिससे कंपनियां मौजूदा अवसरों का लाभ उठा सकें।’ गडकरी ने साथ ही साथ क्षमता निर्माण पर भी जोर देने की वकालत की। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म ने छोटे और हाशिए पर जी रहे सेलर्स को देश में ही नहीं देश के बाहर भी पहुंच बनाने में मदद की है। इसका उल्लेख करते हुए गडकरी ने कहा कि ऐसे समय में एमएसएमई का डिजिटलीकरण उच्च प्राथमिकता में रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सरकार एमएसएमई के दायरे में आने वाली कंपनियों की परिभाषा बदल दी है, जिससे इस उद्योग को ताकत मिलेगी। गडकरी ने बताया कि एमएसएमई सेक्टर ने 11 करोड़ रोजगार के अवसर पैदा किए हैं।