नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का तीन साल के लिए कार्यकाल बढ़ा दिया है। बता दें कि शक्तिकांत दास पहले वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव थे। उन्हें 11 दिसंबर 2018 में आरबीआई के प्रमुख के तौर पर तीन साल के लिए नियुक्त किया गया था। गुरुवार को कैबिनेट ने इसकी मंजूरी दी। शक्तिकांत दास को शासन के विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक अनुभव है और उन्होंने फाइनेंस, टैक्स, इंडस्ट्री आदि के क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकारों में महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। वह सेंट स्टीफन कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर हैं। भारत सरकार के वित्त मंत्रालय में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान, वह सीधे तौर पर 8 केंद्रीय बजट तैयार करने से जुड़े रहे है। जब पी. चिदंबरम वित्त मंत्री थे, तब पहली बार साल 2008 में शक्तिकांत दास को संयुक्त सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया था।
"The Appointments Committee of the Cabinet has approved the reappointment of Shaktikanta Das as Reserve Bank of India Governor for a period of three years beyond 10.12.2021 or until further orders, whichever is earlier," reads an official statement.
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— ANI (@ANI) October 29, 2021
शक्तिकांत दास ने विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक (ADB), न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) और एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) में भारत के वैकल्पिक गवर्नर के रूप में भी काम किया है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मंचों जैसे IMF, G20, BRICS, SAARC, आदि में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। हालांकि, सरकार चाहे तो किसी को लगातार दूसरी बार आरबीआई गवर्नर पद पर नियुक्त कर सकती है।
गुरुवार को देर रात कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने इसकी मंजूरी दी। सरकार ने शुक्रवार को जारी अपने बयान में कहा है कि आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास का कार्यकाल तीन साल के लिए दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया। उनका री-अपॉइंटमेंट 10 दिसंबर से या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, प्रभावी रहेगा।