पिछले कई सप्ताहों से लगातार बढ़त दर्ज कर रहे सोने के दाम अब ठहराव की ओर बढ़ते दिख रहे हैं। सोमवार को घरेलू बाजार में सोना कमजोर होकर खुला, जबकि चांदी के दामों में भी तेज गिरावट देखने को मिली। विश्लेषकों का कहना है कि हालिया तेजी “बहुत ज्यादा और बहुत तेज़” थी, जिसके बाद अब निवेशकों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है।
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोमवार को सोने के भाव 0.77 प्रतिशत गिरकर ₹1,22,500 प्रति 10 ग्राम पर खुले, जबकि पिछले सत्र में यह ₹1,23,451 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए थे। शुरुआती कारोबार में गोल्ड फ्यूचर्स ₹1,22,363 प्रति 10 ग्राम पर थे, जो ₹1,088 या 0.88 प्रतिशत की गिरावट दर्शाते हैं।
चांदी के भावों में भी भारी गिरावट आई। MCX पर चांदी की कीमतें 3.09 प्रतिशत टूटकर ₹1,42,910 प्रति किलोग्राम पर खुलीं, जो पिछले सत्र के ₹1,47,470 प्रति किलोग्राम से कम हैं। शुरुआती सत्र में सिल्वर फ्यूचर्स ₹1,46,340 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रहे थे, यानी ₹1,130 या 0.77 प्रतिशत की गिरावट।
विश्लेषकों का कहना है कि हालिया गिरावट का मुख्य कारण अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापार समझौते की उम्मीदें हैं। उन्होंने कहा, “सोने की कीमतों में गिरावट जारी है क्योंकि सेफ-हेवन संपत्तियों की मांग कमजोर हो गई है, अमेरिकी डॉलर मजबूत हुआ है और अमेरिका–चीन व्यापार समझौते की आशा बढ़ी है।”
यह सप्ताह बुलियन मार्केट के लिए अहम माना जा रहा है। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक, यूएस फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति की घोषणा, और बड़ी टेक कंपनियों के आय परिणाम निवेशकों की धारणा पर गहरा असर डाल सकते हैं।
कमोडिटी विशेषज्ञों का मानना है कि हालिया तेज़ उछाल के बाद यह गिरावट तकनीकी सुधार (technical correction) के रूप में देखी जानी चाहिए। हालांकि दीर्घकाल में अगर वैश्विक मुद्रास्फीति या भू-राजनीतिक जोखिम बढ़ते हैं, तो सोने की मांग फिर से तेज़ हो सकती है।
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