नई दिल्ली। केंद्र सरकार को स्विट्जरलैंड सरकार ने भारतीयों के स्विस बैंक खातों की तीसरी सूची सौंपी है। स्विट्जरलैंड सरकार ने इस संबंध में कहा है कि उसने 86 देशों साथ 31 लाख वित्तीय खातों की जानकारी संबंधित देशों के साथ साझा की थी। बता दें कि भारत सरकार द्वारा स्विट्जरलैंड सरकार से काले धन को लेकर एक संधि की थी, जिसके तहत यह सूचनायें का आदान प्रदान की जा रही हैं।
भारत उन 96 देशों में शामिल है जिनके साथ स्विट्जरलैंड के संघीय कर प्रशासन (एफटीए) ने इस साल सूचना के स्वत: आदान-प्रदान पर वैश्विक मानकों के ढांचे के तहत वित्तीय खातों की जानकारी दी है। इससे पहले अक्तूबर 2020 उसने 86 देशों के साथ 31 लाख वित्तीय खातों की जानकारी साझा की थी। वहीं उससे पहले सितंबर 2019 में स्विट्जरलैंड ने भारत समेत 75 देशों के साथ ऐसी जानकारी साझा की थी। संघीय कर प्रशासन (एफटीए) ने इस संदर्भ में सोमवार को कहा कि इस साल 10 और देशों को सूचना का आदान-प्रदान किया है। इनमें एंटीगुआ और बारबुडा, अजरबैजान, डोमिनिका, घाना, लेबनान, मकाऊ, पाकिस्तान, कतर, समोआ और Vauatu शामिल हैं। हालांकि एफटीए ने सभी 96 देशों के नामों और आगे के विवरण का खुलासा नहीं किया, अधिकारियों ने कहा कि भारत को लगातार तीसरे वर्ष सूचना मिली है और भारतीय अधिकारियों के साथ साझा किए गए विवरण स्विस वित्तीय संस्थानों में बड़ी संख्या में व्यक्तियों और कंपनियों के खाते से संबंधित हैं। माना जा रहा है कि सितंबर 2022 में स्विस प्रशासन की ओर से चौथी सूची भी सौंपी जाएगी। बता दें कि 2019 में स्विस बैंक ने 75 देशों की ऐसी ही जानकारी दी थी।