केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने भ्रष्टाचार के एक बड़े मामले में रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी शनिवार (20 दिसंबर) को की गई। लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा उस समय डिपार्टमेंट ऑफ डिफेंस प्रोडक्शन में इंटरनेशनल कोऑपरेशन और एक्सपोर्ट्स के लिए डिप्टी प्लानिंग ऑफिसर के पद पर तैनात थे। इस मामले में एक निजी व्यक्ति विनोद कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।
CBI ने यह कार्रवाई 19 दिसंबर को दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर की। एजेंसी के अनुसार यह कार्रवाई विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त जानकारी पर आधारित थी। एफआईआर में लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक शर्मा के साथ उनकी पत्नी कर्नल काजल बाली का भी नाम दर्ज किया गया है। कर्नल काजल बाली वर्तमान में राजस्थान के श्रीगंगानगर में 16 इन्फैंट्री डिवीजन ऑर्डनेंस यूनिट की कमांडिंग ऑफिसर के रूप में तैनात हैं। इसके अलावा, इस केस में कई अन्य लोगों के साथ एक दुबई स्थित कंपनी और उसके प्रतिनिधियों को भी आरोपी बनाया गया है। मामले में आपराधिक साजिश और रिश्वतखोरी की धाराएं लगाई गई हैं।
CBI ARRESTS LT. COL. DEPARTMENT OF DEFENCE PRODUCTIONS, MINISTRY OF DEFENCE IN A BRIBERY CASE pic.twitter.com/hZIqDnM2y3
— Central Bureau of Investigation (India) (@CBIHeadquarters) December 20, 2025
CBI के अनुसार, लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा ने रक्षा उत्पादन और निर्यात से जुड़ी निजी कंपनियों के अधिकारियों और प्रतिनिधियों के साथ मिलकर भ्रष्ट गतिविधियों का एक पैटर्न विकसित किया था। एजेंसी का दावा है कि उन्होंने इन कंपनियों को अवैध लाभ और आधिकारिक सहयोग दिलाने के बदले रिश्वत ली। जांच में सामने आया है कि वह अपने पद का दुरुपयोग कर सरकारी प्रक्रियाओं को प्रभावित कर रहे थे।
CBI जांच में यह भी बताया गया है कि राजीव यादव और रवजीत सिंह नामक दो व्यक्ति आरोपी दुबई स्थित कंपनी के भारत में संचालन को संभाल रहे थे और वे लगातार लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा के संपर्क में थे। आरोप है कि इन लोगों ने विभिन्न सरकारी विभागों से अनुचित लाभ हासिल करने के लिए शर्मा के साथ मिलकर गैरकानूनी तरीकों से काम किया। इसी सिलसिले में 18 दिसंबर को विनोद कुमार ने कंपनी के निर्देश पर ₹3 लाख नकद लेफ्टिनेंट कर्नल शर्मा को सौंपे थे।
गिरफ्तारी के बाद CBI ने दिल्ली, श्रीगंगानगर, बेंगलुरु और जम्मू समेत कई स्थानों पर छापेमारी की। इन छापों के दौरान एजेंसी ने ₹3 लाख की रिश्वत राशि बरामद की। इसके अलावा, दिल्ली स्थित आवास से ₹2.23 करोड़ नकद और श्रीगंगानगर स्थित घर से ₹10 लाख नकद जब्त किए गए। CBI ने अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज और सामग्री भी अपने कब्जे में ली है।
लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक शर्मा और विनोद कुमार को 20 दिसंबर को अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को 23 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। CBI ने स्पष्ट किया है कि मामले की जांच जारी है और इसमें शामिल अन्य आरोपियों तथा लेन-देन के पहलुओं की भी गहराई से जांच की जा रही है।
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