बुलढाणा के डिप्टी कलेक्टर (भूमि अधिग्रहण) भीकाजी घुगे को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है| बुलढाणा में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है| भू-अर्जन अधिकारी और डिप्टी कलेक्टर भीकाजी घुगे और उनके दो सहयोगियों ने एक व्यक्ति से रिश्वत की मांग की, जो विरासत के अधिकार के माध्यम से जिगांव परियोजना में गई जमीन का मुआवजा पाने की कोशिश कर रहा था।
जिगांव परियोजना में नंदुरा तालुका के एक किसान की जमीन चली गई। सूची में पिता की जगह चाचा का नाम आया तो नाम बदलने के लिए कार्यालय आ गए। लेकिन डिप्टी कलेक्टर भीकाजी घुगे ने इस प्रोजेक्ट में लगने वाली जमीन की संपत्ति की रकम का 10 फीसदी रिश्वत की मांग की|
इसके अनुसार घुगे ने 2 लाख 17 हजार रुपये की रिश्वत मांगी, जिसमें से किसान को मिलने वाली कुल राशि का 10 प्रतिशत 21 लाख रुपये थी| भूमि अधिग्रहण उपजिलाधिकारी भीकाजी घुगे को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने अपना पहला एक लाख रुपये वेतन लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। उसके क्लर्क नागेश खरात और वकील अनंत देशमुख नाम के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।
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