ओडिशा के राउरकेला में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान के दौरान एक दर्दनाक हादसे में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के एक बहादुर जवान शहीद हो गए। शहीद जवान की पहचान 134वीं बटालियन में तैनात सहायक उप निरीक्षक (ASI) सत्यवान कुमार सिंह के रूप में की गई है। यह घटना शनिवार 14 जून को घटी, जब सुरक्षा बल सारंडा वन क्षेत्र में तलाशी अभियान पर थे और अचानक एक आईईडी विस्फोट हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, घना जंगल होने के कारण सुरक्षा बलों को अभियान के दौरान सतर्कता बरतनी पड़ती है। इसी बीच जैसे ही टीम लांगलकाटा क्षेत्र में आगे बढ़ रही थी, तभी आईईडी ब्लास्ट हुआ, जिसमें एएसआई सत्यवान कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें तुरंत नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें बचा नहीं सके। उनका बलिदान ओडिशा में नक्सल विरोधी अभियान के इतिहास में एक और दुखद अध्याय जोड़ गया।
इस वीर जवान को श्रद्धांजलि देते हुए सीआरपीएफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उसमें लिखा गया, “राउरकेला (ओडिशा) के लांगलकाटा क्षेत्र में चल रहे माओवाद विरोधी अभियान के दौरान दिनांक 14 जून को हुए आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ की 134 बटालियन के बहादुर सहायक उप निरीक्षक सत्यवान कुमार सिंह ने कर्तव्य की बलिवेदी पर अपने प्राणों की आहुति दी। अपने शूरवीर के अदम्य साहस, शौर्य एवं मातृभूमि के प्रति समर्पण को सीआरपीएफ नमन करती है। हम अपने वीर के परिवार के साथ सदैव खड़े हैं।”
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और आगे की जांच शुरू कर दी है। सुरक्षा एजेंसियों को संदेह है कि यह आईईडी नक्सलियों द्वारा पहले से बिछाई गई थी, जो उनके आने-जाने के मार्ग में लगाई गई थी।
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में भी नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई चल रही है। कुछ ही दिनों पहले नक्सली केंद्रीय समिति के सदस्य सुधाकर उर्फ नर सिंहाचलम एक मुठभेड़ में मारा गया था। सुधाकर पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था और वह तेलंगाना, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। बीजापुर के घने जंगलों में हुई उस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली थी।
इस शहादत के साथ एक बार फिर यह साफ हो गया है कि नक्सल विरोधी अभियान अब भी देश के कई हिस्सों में चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। सीआरपीएफ और अन्य सुरक्षाबल दिन-रात देश की सुरक्षा में जुटे हैं, और हर बलिदान इस संघर्ष की गंभीरता और महत्व को दर्शाता है। एएसआई सत्यवान कुमार सिंह की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा और उनके साहस को राष्ट्र नमन करता है।
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