धर्मस्थल में कथित सामूहिक दफन मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) को दूसरे स्थान पर भी कोई मानव अवशेष नहीं मिले हैं। पुलिस सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है। अब SIT ने तीसरे संदिग्ध स्थान पर खुदाई शुरू कर दी है।
पहले स्थान पर खुदाई मंगलवार(30जुलाई)को नेत्रावती नदी के किनारे की गई थी, जहां व्हिसलब्लोअर की मौजूदगी में पुलिस, फॉरेंसिक विशेषज्ञों और राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने मिलकर खुदाई की थी। पानी रिसने की वजह से जेसीबी मशीन का भी सहारा लिया गया, लेकिन वहां से भी कुछ नहीं मिला। दूसरे स्थान पर भी खुदाई के बावजूद कोई मानव अवशेष बरामद नहीं हुए, जिसके बाद SIT अब तीसरे स्थान की ओर बढ़ गई है।
इस केस में व्हिसलब्लोअर ने कुल 15 संदिग्ध स्थानों की पहचान की है, जिनमें से 8 नेत्रावती नदी के किनारे स्थित हैं। वहीं, 9 से 12 तक के स्थान नदी के पास हाइवे के बगल में बताए गए हैं। 13वां स्थान नेत्रावती से आजुकुरी जाने वाले मार्ग पर है, जबकि बाकी दो स्थान कन्याड़ी क्षेत्र में हाइवे के नजदीक बताए गए हैं।
जांच की निगरानी कर रहे SIT प्रमुख प्रनब मोहंती का नाम केंद्र सरकार में डीजीपी स्तर के पदों के लिए पैनल में शामिल किया गया है। सूत्रों के मुताबिक, यह एक नियमित वार्षिक प्रक्रिया है और इसका सीधा मतलब तुरंत किसी केंद्र सरकार की पोस्टिंग से नहीं है, लेकिन इससे उन्हें भविष्य में केंद्रीय पदों के लिए पात्रता मिल जाती है।
इस संबंध में कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर ने कहा, “अगर वह केंद्र सरकार की सेवा चुनते हैं, तो हम देख रहे हैं कि क्या वे SIT में काम जारी रख सकते हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम किसी अन्य अधिकारी की नियुक्ति करेंगे। हम कानूनी प्रावधानों के अनुसार कार्रवाई करेंगे।”
अब तक की खुदाई में SIT को कोई भी ठोस प्रमाण हाथ नहीं लगा है, जिससे इस कथित सामूहिक दफन और अंतिम संस्कार मामले की सच्चाई पर अभी भी सवाल बने हुए हैं। हालांकि SIT की टीम जांच में गंभीरता से जुटी हुई है और तीसरे स्थान पर खुदाई का काम जारी है। फिलहाल पूरे मामले को लेकर प्रशासन की सतर्क निगरानी बनी हुई है और आगे की खुदाई से ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आरोपों में कोई सच्चाई है या नहीं।
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