दिल्ली के लाल किला परिसर के पास 10 नवम्बर को हुए घातक कार धमाके की जांच में एक बड़ा मोड़ आया है। फरीदाबाद पुलिस ने एक व्यक्ति फहीम को हिरासत में लिया है, जिस पर आरोप है कि उसने लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार पार्क की थी, जो मुख्य आरोपी डॉ. उमर-उन-नबी से जुड़ी हुई है। यह वही कार है जिसमें अमोनियम नाइट्रेट ले जाया गया था और जो आतंकियों की साजिश में इस्तेमाल की गई थी।
इंटेलिजेंस सूत्रों ने पुष्टि की है कि फहीम, डॉ. उमर-उन-नबी का साला (brother-in-law) है। कश्मीर के पुलवामा का रहने वाला 36 वर्षीय डॉ. नबी फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में शिक्षक के रूप में पढ़ाता था। पुलिस ने बताया कि धमाके से पहले फहीम की नबी से लगातार बातचीत हो रही थी। उसने लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट (रजिस्ट्रेशन नंबर DL10CK0458) को कंधवाली गांव (जिला फरीदाबाद) में नबी के फार्महाउस के पास खड़ा किया था।
फॉरेंसिक जांच में यह भी पुष्टि हो गई है कि लाल किला के पास विस्फोट में मारा गया व्यक्ति वास्तव में डॉ. उमर-उन-नबी ही था। डीएनए नमूने को उसकी मां के जैविक नमूने से मिलाया गया, जो मेल खा गया। सीसीटीवी फुटेज में नबी को धमाके से कुछ घंटे पहले दिल्ली के कई इलाकों में घूमते, मस्जिदों में जाते और ब्लास्ट साइट के पास अपनी ह्युंडई i20 पार्क करते देखा गया था।
जांच एजेंसियों ने डॉ. नबी और पहले गिरफ्तार किए गए डॉ. मुझम्मिल की डायरी बरामद की है, जिसमें 8 से 12 नवम्बर तक की गतिविधियों का विस्तृत ब्योरा दर्ज है। डायरी में लगभग 25 नाम दर्ज हैं, जिनमें ज्यादातर जम्मू-कश्मीर और फरीदाबाद के लोग हैं। इसमें कई कोडवर्ड्स और वाहनों की लिस्ट भी है, जिनमें i20, इकोस्पोर्ट, ब्रेज़ा और अन्य पुराने वाहनों के ज़रिए एक साथ कई हमलों की योजना दर्ज पाई गई है।
धमाके में इस्तेमाल ह्युंडई i20 में भारी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट और अन्य विस्फोटक पाए गए। इसी नेटवर्क से जुड़े डॉ. मुझम्मिल शकील को कुछ दिन पहले 360 किलो विस्फोटक के साथ फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के पास से गिरफ्तार किया गया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “यह मॉड्यूल अत्यंत शिक्षित लोगों का था जिनमें डॉक्टर, रिसर्च स्कॉलर और इंजीनियर जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से प्रेरित होकर ‘व्हाइट-कॉलर टेरर नेटवर्क’ तैयार किया था।”
इस मामले को अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने अपने हाथ में ले लिया है। एजेंसी ने दिल्ली, फरीदाबाद, लखनऊ, श्रीनगर और पुलवामा समेत कई स्थानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को इस घटना को “राष्ट्रविरोधी तत्वों द्वारा किया गया जघन्य आतंकी कृत्य” करार दिया है।
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