गुजरात के भुज से 2 मुस्लिम युवकों ने विश्व हिन्दू परिषद (VHP) के कार्यकर्ता पर जानलेवा हमला कर उसका ‘सर तन से जुदा’ करने की कोशिश की। इस अमानवीय हमले में VHP कार्यकर्ता की जान बच गई पर वो गंभीर रूप से घायल हुआ है। हिंदू कार्यकर्ता अपने मित्र को झगड़े से छुड़वाने गया था, उसी वक्त निजाम और इरफ़ान ने उनपर अचानक से चाकू का हमला कर दिया।
दरसल कच्छ के भुज जिले में भावेश परमार मुंद्रा रोड पर बजरंग टी स्टॉल चलाता है। उसके पत्रकार मित्र राजू ने पोलिस के माधापुर पुलिस ने कुछ गैरकानूनी रिक्शा चालकों को पकड़ने पर उनकी फोटो ली थी। इसी प्रकरण में निजाम और इरफ़ान ने राजू को मिलने के लिए बुलाया था। इसीलिए राजू अपने मित्र भावेश को लेकर निजाम और इरफ़ान से मिलने ज्यूबली हिल्स पर गए। भावेश के मुताबिक वो जब इरफ़ान और निजाम से मिले जहां निजाम ने चाक़ू निकालकर राजू की छाती पर वार करना शुरू कर दिया।
भावेश ने अपने शिकायत में बताया है की, उसने इस हमले को रोकने की कोशिश की पर निजाम ने उसके गले पर वार कर दिया। हमले से अपने आप को बचाकर भावेश ने भागने की कोशिश की जिस बीच उसके हाथ पर वार कर दिया गया। भावेश के कंधे पर वार से बड़ा घाव हुआ है, कंधे से हाथ तक मांस काटा गया है। इस हमले में भावेश ने इरफ़ान और निजाम को रोकने की कोशिश की और घायल होते ही लोगों को मदत के लिए आवाज लगाई, वैसे इरफ़ान और निजाम भाग गए। भागने से पहले इन दोनों ने भावेश को कहीं भी दिखने पर काटने की धमकी दी।
घटना के बाद भावेश के दो दोस्तों ने उसे पास ही के अस्पताल में भरती भी कर दिया है, फ़िलहाल भावेश का इलाज चल रहा है। गौरतलब है की निजाम और इरफ़ान यह बात अच्छे से जानते थे की भावेश विश्व हिंदू परिषद का कार्यकर्ता और गौरक्षक है। भावेश का कहना है की ये मुस्लिम युवक मुझपर हमला करेंगे इसका मुझे अंदाजा नहीं था। हिंदुत्व के काम से जुड़ा कार्यकर्ता होने के चलते इरफ़ान और निजाम ने योजना के तहत हमला करने की बात की जा रही है। फिलहाल VHP के स्थानिक कार्यकर्ताओं ने हमलावरों के घरों को ढहाने देने की मांग की है।
इस मामले में भुज-B विभाग के पुलिस ने मामले को दर्ज करते हुए इरफान मुग़ल और निजाम बलोच को गिरफ्तार कर लिया है। स्थानिक कार्यकर्ताओं का कहना है मामले में गंभीरता होने के बावजूद भी पुलिस ने जान बूझकर आरोपियों को पुलिस कारागृह की बजाए न्यायालयीन कारागृह में रखा है। इस मामले के आलावा इरफ़ान और निजाम पर और भी अपराधिक मामले होने की बात भी सामने आयी है। पुलिस ने अपनी ओर से कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
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