कंजूर मार्ग पुलिस ने भीख मांगने के लिए बच्चों को अपहरण करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। फुटपाथ पर रहने वाली वर्षा कांबले के दो बच्चों का अपहरण कर लिया गया था। इन दोनों बच्चों को छुड़ाने के लिए पुलिस ने 11 दिनों तक आरोपियों का पीछा किया और आखिरकार उन्हें छुड़ा लिया गया और दोनों बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया|इस मामले में तीन आरोपियों को हिरासत में लिया गया है और एक महिला आरोपी फरार है|
कंजूर मार्ग थाना क्षेत्र के कंजूर रेलवे स्टेशन के फुटपाथ पर रहने वाले वर्षा कांबले के पांच साल के बेटे और एक साल की बेटी का अपहरण कर लिया गया। कुछ दिन पहले पुणे से मुंबई आते वक्त वर्षा ट्रेन में अश्वेत परिवार से मिली और उसने पुलिस को बताया कि उन्होंने उसके बच्चों का अपहरण कर लिया है|
रेलवे स्टेशन से मिली तकनीकी जानकारी और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने ठाणे, कोल्हापुर, सांगली, नगर, औरंगाबाद शहरों में काले परिवार की तलाशी ली और मुख्य आरोपी हर्षद काले के साथ ताराबाई काले चंदू काले व एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया|
हर्षद काले की पत्नी पूर्णिमा काले फिलहाल फरार है। वर्षा के दोनों बच्चों को सुरक्षित बचा लिया गया है| पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन दोनों बच्चों को भीख मांगने के लिए अगवा किया गया था, लेकिन कांजुर मार्ग पुलिस फिलहाल इस बात की जांच कर रही है कि ये लोग इन बच्चों के साथ क्या करेंगे और अब तक ये कितने बच्चों का अपहरण कर चुके हैं|
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