उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के खटीमा कस्बे में एक हिंदू युवक की निर्मम हत्या के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए हैं। 12 दिसंबर को हुई इस घटना में तुषार शर्मा नामक युवक की कथित तौर पर हाशिम द्वारा चाकू मारकर हत्या कर दी गई। हत्या के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया, जिसके चलते प्रशासन को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए धारा 163 लागू करनी पड़ी।
यह वारदात शुक्रवार (12 दिसंबर) रात करीब 9:30 बजे खटीमा रोडवेज बस स्टेशन के पास हुई। 24 वर्षीय तुषार शर्मा आश्रम विद्यालय के पीछे रहता था, अपने दोस्तों सलमान और अभय के साथ एक चाय की दुकान पर खड़ा था। इसी दौरान हाशिम और गोठिया इस्लामनगर से आए उसके पांच साथियों के साथ उसका विवाद हो गया। पुलिस के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश थी, जो देखते ही देखते हिंसक झड़प में बदल गई। आरोप है कि हाशिम और उसके साथियों ने तुषार पर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में सलमान और अभय भी गंभीर रूप से घायल हो गए।
तीनों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तुषार को मृत घोषित कर दिया। अन्य दोनों घायलों को बेहतर इलाज के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र रेफर किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल कुछ वीडियो और स्थानीय लोगों के दावों के अनुसार, हमले के दौरान आरोपी ने कथित तौर पर कहा, “वह हिंदू है, इसे चाकू मारो।” इस दावे के बाद मामले ने सांप्रदायिक रंग भी ले लिया है, हालांकि पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही सभी पहलुओं पर स्थिति स्पष्ट होगी।
तुषार शर्मा एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था और दो साल पहले ही उसका विवाह हुआ था। उसके पिता मनोज शर्मा कैंची और चाकू धार लगाने का काम करते हैं। तुषार की पत्नी ने आरोप लगाया कि उसके हाथ पीछे बंधे हुए थे और तभी उस पर वार किया गया। उन्होंने सरकार से मुआवजा और नौकरी की मांग की है तथा दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा, यहां तक कि फांसी देने की अपील की है।
तुषार की हत्या के बाद 15 दिसंबर को खटीमा में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए। स्थानीय लोगों के साथ विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। बाजार बंद कराए गए और सिडरगंज रोड, टनकपुर रोड, मेलाघाट रोड और पीलीभीत रोड पर दुकानें बंद रहीं। प्रदर्शनकारियों ने हाशिम के पिता की चाय की दुकान में आग लगा दी और कुछ अन्य दुकानों में भी तोड़फोड़ की। हालात बिगड़ने पर पुलिस को भारी बल तैनात करना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और भीड़ के बीच झड़पें हुईं, जिसके बाद जामा मस्जिद के पास लाठीचार्ज किया गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए मुख्य चौराहे और संवेदनशील इलाकों में 200 मीटर के दायरे में धारा 163 लागू कर दी गई।
पुलिस ने बताया कि हाशिम इस मामले का मुख्य आरोपी है। खुफिया सूचना के आधार पर जब पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की तो उसने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में हाशिम के पैर में गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। खटीमा के एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने बताया कि दो अन्य संदिग्धों की पहचान कर ली गई है और उनकी तलाश जारी है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
इस बीच प्रशासन ने 13 दिसंबर को हाशिम के पिता की चाय की दुकान पर बुलडोजर कार्रवाई भी की। यह दुकान लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनी बताई गई है। अधिकारियों का कहना है कि वहां अक्सर भीड़ जुटने की शिकायतें मिलती थीं, इसलिए अतिक्रमण हटाया गया। घटना के बाद खटीमा में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पूरे मामले की जांच जारी है।
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