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Sunday, November 10, 2024
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जानिए सपा नेता उमेद ने क्यों दिया बुजुर्ग मामले को सांप्रदायिक रंग, ये थी प्लानिंग

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गाजियाबाद। सपा नेता उमेद पहलवान ने पुलिस पूछताछ में सारी सच्चाई कबूल कर ली है। बुजुर्ग की दाढ़ी कटवाने से लेकर फेसबुक पर लाइव संबंधी सभी आरोपों के बारे में आरोपी ने बड़े खुलासे किया है।पुलिस के अनुसार आरोपी ने अगामी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस घटना को भुनाने की प्लानिंग किया था।
पहले गुमराह किया फिर कबूला जुर्म: पुलिस अधीक्षक ग्रामीण डॉ. ईरज राजा ने बताया कि गिरफ्तारी के बाद शुरू में सपा नेता उमेद पहलवान ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद टूट गया और पूरी घटना कबूल कर ली। उमेद ने पुलिस को बताया कि बुजुर्ग के साथ हुई मारपीट को उसने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश की। आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि बुजुर्ग के साथ मारपीट की वारदात पांच जून को हुई थी। छह जून को एक पार्षद ने उन्हें बुलाकर पीड़ित की मदद के लिए कहा था  और राजनीतिक रंग देने का प्लान बनाया। वह इसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में उठाना चाहता था। और आरोपी को समझा कर उसे आरोपियों के नाम नहीं बताने  के लिए कहा। इसके बाद वह बुजुर्ग को लेकर लोनी बॉर्डर थाने पहुंच। उस दिन मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो आरोपी ने अगले दिन थाने के बाहर से फेसबुक लाइव किया। इसके बाद लोनी बॉर्डर कोतवाली पुलिस ने मारपीट की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया।
उमेद ने खुद बुजुर्ग की दाढ़ी कटवायी:अपराध शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर संजय पांडेय ने बताया कि पांच जून को बुजुर्ग से हुई मारपीट की वारदात में उमेद पहलवान की कोई भूमिका नहीं है। उसे मामले की जानकारी छह जून को हुई। पूछताछ में उमेद ने बताया कि उसने मामले को सांप्रदायिक रंग देने के लिए खुद ही पीड़ित बुजुर्ग की दाढ़ी कटवा दी और सभी आरोपियों की पहचान ज्ञात होने के बावजूद पुलिस में अज्ञात के खिलाफ तहरीर दिलाई। इस खुलासे के बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में धोखाधड़ी और कूट रचना की धारा बढ़ा दी है।
बड़े खेल का प्रयास:पुलिस की घेराबंदी बढ़ते देख आरोपी ने एक बड़ा खेल करने का प्रयास किया। इसमें आरोपी ने सबसे पहले पीड़ित बुजुर्ग और उनके बेटे को अपने साथ ले लिया और उनसे एक नोटरी शपथ पत्र बनवाने का प्रयास कर रहा था। इस शपथ पत्र पर लिखवाना था कि फेसबुक लाइव में जो भी कहा गया उसमें आरोपी की कोई भूमिका नहीं है। इस शपथ पत्र के तैयार होते ही आरोपी को अदालत में सरेंडर कर देना था, लेकिन इससे ठीक पहले पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि खुद को बचाने के लिए बुजुर्ग को मीडिया की नजर से भी दूर रख रखा था।
कई मामले हैं दर्ज: पुलिस उपमहानिरीक्षक अमित पाठक ने बताया कि आरोपी उमेद पहलवान मूलरूप से हापुड़ के पिलखुआ का रहने वाला है। यह पुराना अपराधी है। इसके पर पिलखुआ थाने में वर्ष 2006 में हत्या का प्रयास, साहिबाबाद थाने में एक युवती का बुरी नीयत से पीछा करने, छेड़छाड़ का मामला, वर्ष 2018 में लोनी बॉर्डर थाने में गोवध अधिनियम के तहत मामला, वर्ष 2021 में दंगा भड़काने की कोशिश, सामाजिक विद्वेष फैलाने का प्रयास, धोखाधड़ी और कूटरचना का मुकदमा और अनूप शहर बुलंदशहर में लॉकडाउन और महामारी एक्ट का उल्लंघन कर सभा करने का मुकदमा दर्ज है।

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