गुप्त सूचना के आधार पर गुजरात एटीएस ने महाराष्ट्र के भिवंडी में नदी नाका स्थित एक फ्लैट पर छापा मारा। इस ऑपरेशन के दौरान भिवंडी से एक बैरल में पैक 10.9 किलोग्राम सेमि लिक्विड मेफेड्रोन (एमडी) और दूसरे बैरल में पैक 782.2 किलोग्राम लिक्विड (तरल) मेफेड्रोन (एमडी) ड्रग्स जब्त किया गया। पुलिस के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय बाजार में इन ड्रग्स की कीमत 800 करोड़ रुपये है। गुजरात एटीएस ने छापेमारी के दौरान ड्रग्स बनाने के लिए रखे गए ग्राइंडर, मोटर, ग्लास फ्लास्क और हीटर भी जब्त किए है। इस मामले में गुजरात एटीएस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरसल 18 जुलाई को एटीएस ने सूरत शहर के पलसाना इलाके में एक मेफेड्रोन कारखाना का भंडाफोड़ करते हुए तीन को गिरफ्तार किया था। इस कार्रवाई के दौरान 51.4 करोड़ रुपये का कच्चा माल जब्त किया गया था। इस मामले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, उनसे ही शेख बंधुओं के बारे में जानकारी मिली थी। इसके बाद गुजरात की एटीएस टीम हरकत में आई और भिवंडी में छापेमारी की और सफलता हाथ लगी।
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रिपोर्ट के अनुसार 5 – 6 अगस्त के दरम्यान गुजरात एटीएस की एक टीम ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में प्रतिबंधित मेफेड्रोन दवा बनाने वाली एक फैक्ट्री और गुजरात के भरूच जिले के दहेज औद्योगिक क्षेत्र में एक ड्रग्स फैक्ट्री पर छापा मारा। इस बार मोहम्मद यूनुस शेख (41) और उनके भाई मोहम्मद आदिल शेख (34) को गिरफ्तार किया गया। बता दें की ये दोनों आरोपी सगे भाई हैं।
एटीएस ने कहा है, दोनों भाइयों के पास से 800 किलो तरल प्रतिबंधित मेफेड्रोन ड्रग्स बरामद किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 800 करोड़ रुपये है। दोनों ने विभिन्न रसायनों का उपयोग करके मेफेड्रोन बनाने के लिए आठ महीने पहले एक अपार्टमेंट किराए पर लिया था।
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