बेहोश पत्नी की हत्या, कटर और डिस्पोजल से पति ने किये 72 टुकड़े ?
देहरादून में 37 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी ने अपनी पत्नी अनुपमा गुलाटी की तकिये से दम घोटकर हत्या कर दी थी| इसके बाद शव को इलेक्ट्रिक कटर से 72 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग प्लास्टिक की थैलियों में भरकर फ्रिज में रखा गया।
R N Singh
Published on: Thu 17th November 2022, 03:04 PM
महाराष्ट्र के वसई की रहने वाली श्रद्धा वाकर की उसके प्रेमी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हत्या कर दी और अपना गुनाह छुपाने के लिए श्रद्धा के शव को 35 टुकड़ों में काटकर जंगल में फेंक दिया| करीब छह महीने बाद ये मामला सामने आया और उसके बाद पूरे देश में सनसनी मच गई|
जहां इस मामले की चर्चा हर तरफ हो रही है, वहीं एक और ऐसे ही मामले की भी चर्चा हो रही है| इस मामले में अनुपमा गुलाटी के पति ने उनकी हत्या कर 72 टुकड़े कर दिए|
2010 में उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में 37 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी ने अपनी पत्नी अनुपमा गुलाटी की तकिये से दम घोटकर हत्या कर दी थी| इसके बाद शव को इलेक्ट्रिक कटर से 72 टुकड़ों में काटकर अलग-अलग प्लास्टिक की थैलियों में भरकर फ्रिज में रखा गया। इसके बाद उसने इन शवों को एक-एक कर बोरी में बंद कर देहरादून के अलग-अलग हिस्सों में ठिकाने लगाने का प्रयास किया।
दिल्ली की अनुपमा और देहरादून के राजेश एक-दूसरे से प्यार करते थे। इन दोनों ने 1999 में शादी कर ली थी। शादी के बाद ये कपल अमेरिका चला गया। वहां छह साल रहने के बाद दोनों ने भारत वापस आने और देहरादून में बसने का फैसला किया। देहरादून के प्रकाश नगर में रहने के दौरान दोनों के रिश्ते में तनाव आ गया। इस तनाव की वजह अनुपमा का शक था कि राजेश गुलाटी का कोलकाता की एक महिला से एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर चल रहा है। इसको लेकर दोनों के बीच लगातार लड़ाई होती रहती थी।
17 अक्टूबर 2010 को दोनों में फिर इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। झगड़े में राजेश गुलाटी ने अपनी पत्नी अनुपमा की हत्या कर दी। इसके बाद अनुपमा का सिर दीवार से टकरा गया और वह बेहोश हो गईं। यह सोचकर कि अनुपमा के होश में आने पर पुलिस को रिपोर्ट करेगी, राजेश ने तकिए से उसकी नाक और मुंह दबाकर उसकी हत्या कर दी। राजेश इतने से ही नहीं माना उसने पत्नी अनुपमा की हत्या करने के बाद इलेक्ट्रिक कटर और एक बड़ा फ्रिज खरीदा।
पुलिस के अनुसार राजेश ने अपनी पत्नी के शव के 72 टुकड़े कर अलग-अलग बैग में रख दिए और उन बैग को फ्रिज में रख दिया| साथ ही एक-एक कर बैग को डिस्पोज करना शुरू कर दिया, ताकि किसी को शक न हो।