उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक दलित नाबालिग लड़की के साथ रेप की सनसनीखेज घटना सामने आयी है। पुलिस ने कुल 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज की है जिनमें से 3 नाम सहित हाजिर किया गया है, जबकि चार नाम अभी भी अज्ञात है।इस हैवानियत भरी घटना के आरोपित मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखते है। मामले के कारण इलाके में अशांति और चिंता का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, फलवाड़ी पुलिस चौकी की हद में आने वाले एक गांव की यह घटना है। 29 अगस्त को, कक्षा 11 में पढ़ने वाली दलित छात्र शौच के लिए बहार निकली तब 7 मुस्लिम लड़के उसे अगुवा कर लोइया गांव के जंगलों में ले गए। पीड़िता की हालात नाजुक होने तक दरिंदे उसके साथ बलात्कार करते रहे। प्राथमिक जानकारी से बाहर आया है की, लड़की को 48 घंटों तक बंधक बनाकर रेप किया गया था। लड़की की हालत खरब होते ही दरिंदे वहां से भाग गए।
हिंदू संगठनों ने शनिवार को इस मामले के बाद हिंदू संगठनों ने इलाके में प्रदर्शन किए और दोषीयों पर कारवाई और कठोर सजा की मांग की है। पुलिस ने रविवार (1 सितंबर) को पीड़िता से मिलकर बयान दर्ज किया।
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पीड़िता ने बताया है की आरोपी समीर, राजा और समीर ने अपने 4 अन्य साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण किया। उसे लोइया के जंगलों में ले गए और खेत के करीब ट्यूबवेल के पास उसपर करीब 48 घंटों तक बलात्कार किया। जानकारी के अनुसार एक समीर महलका का से है। तो राजा और समीर दो भाई नंगला हरेरु के रहिवासी है। पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपियों अपहरण, सामूहिक बलात्कार और पोक्सो के तहत आरोप लगाए गए है।
पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी समीर को रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में आरोपित अन्य 4 को ढूंढने के लिए 3 पथक इलाके में छापे मार रहें है। फलवाड़ा पुलिस ने जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।