मुंबई। अंधेरी में एक कारखाने के मालिक से कोविड-19 संबंधित नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर पैसों की वसूली करने की कोशिश कर रहे चार ‘स्वच्छता सुनिश्चित करने वाले मार्शलों’ को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बाताया कि आरोपी निजी सुरक्षा एजेंसी के साथ काम करते हैं, जिसे मुंबई महानगरपालिका ने उन लोगों से जुर्माना लेने के लिए नियुक्त किया है, जो सार्वजनिक स्थलों पर थूंकते हैं और साफ-सफाई के अन्य नियमों का पालन नहीं करते हैं।
शिकायतकर्ता के मुताबिक इनमें से एक मार्शल अजित सिंह, 21 अप्रैल को उसके पास आया था और उस पर यह आरोप लगाते हुए एक लाख रुपये मांगे थे कि कारखाने में कोविड-19 संबंधित नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। कारखाने के मालिक ने उसे 20,000 रुपये दिए। चार अन्य फिर से उसके पास आए और यही आरोप लगाते हुए पैसे मांगे। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद कारखाने के मालिक ने एमआईडीसी अंधेरी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की धारा 384 (वसूली) के तहत चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है।
साथ ही बताया कि मुख्य आरोपी अजित सिंह इस मामले में वांछित है। गौरतलब है कि इसके पहले भी क्लीन अप मार्शल वसूली के आरोप में बदनाम हो चुके हैं। मास्क पहनने सार्वजनिक स्थलों पर थूंकने हैं और साफ-सफाई के अन्य नियमों का हवाला देकर अक्सर कुर्ला,अंधेरी, बोरिवली चेंबूर अन्य स्थानों पर आम आदमी को परेशान करते हैं। यहां मुंबई से गांव जाने वाले मुसाफिरों को कोई बहाना बनाकर वसूली करते हैं।