उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कानून-व्यवस्था से जुड़ा एक गंभीर मामला सामने आया है। सिविल लाइंस थाना क्षेत्र में एक मौलाना को पुलिस निरीक्षक को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में शुक्रवार 12 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान मौलाना मोहम्मद इरफान के रूप में हुई है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने संज्ञान लिया और मामला दर्ज कर कार्रवाई की।
वायरल वीडियो में मौलाना इरफान एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करते हुए बेहद गंभीर धमकी देते हुए सुनाई दे रहे हैं। वीडियो में वह कहते हैं कि उनका मन “cutting off the inspector’s neck” करने का हुआ। यह कथन सामने आने के बाद पुलिस ने वीडियो की सत्यता की जांच की और इसके आधार पर सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद मौलाना इरफान को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
पुलिस के अनुसार, मौलाना मोहम्मद इरफान मदीना चौक स्थित मदीना मस्जिद में मुअज्जिन हैं। विवाद की जड़ 10 नवंबर की बताई जा रही है, जब कच्ची सड़क पुलिस चौकी के प्रभारी विनोद चौधरी मस्जिद पहुंचे थे। पुलिस अधिकारी ने मस्जिद के लाउडस्पीकर की आवाज को लेकर आपत्ति जताई और वॉल्यूम अधिक होने की बात कही। मौलाना इरफान का दावा है कि लाउडस्पीकर की आवाज तय मानकों के भीतर थी और उन्होंने इस पर आपत्ति जताई। उनके अनुसार, इसी बात पर दोनों के बीच कहासुनी हुई। इरफान ने बाद में आरोप लगाया कि पुलिस अधिकारी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और अपशब्द कहे।
शासन के दिशा-निर्देशों के क्रम में उच्च ध्वनि पर लाउडस्पीकर चलाने के मामले में मदीना मस्जिद, मदीना चौक के मुतवल्ली इरफान द्वारा पुलिसकर्मी की गर्दन काटने संबंधी वायरल वीडियो पर थाना सिविल लाइन ने संज्ञान लेकर मुकदमा पंजीकृत कर अभियुक्त को किया गिरफ्तार।#UPPolice pic.twitter.com/1IyVBkpKsc
— MUZAFFARNAGAR POLICE (@muzafarnagarpol) December 12, 2025
घटना के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद के कुछ पदाधिकारी मस्जिद पहुंचे। संगठन के जिला अध्यक्ष मौलाना मुकर्रम क़ासमी ने इरफान से मुलाकात की और उनका पक्ष सुना। इसी बातचीत के दौरान इरफान ने कथित तौर पर वह आपत्तिजनक टिप्पणी की, जो कैमरे में रिकॉर्ड हो गई और बाद में वायरल हो गई।
इस मामले पर सिटी सीओ सिद्धार्थ के. मिश्रा ने कहा कि पुलिस अधिकारी के खिलाफ लगाए गए आरोपों की भी अलग से जांच की जाएगी, लेकिन किसी पुलिसकर्मी को खुलेआम जान से मारने की धमकी देना गंभीर अपराध है। उन्होंने बताया कि पुलिस को यह वीडियो सोशल मीडिया के जरिए मिला, जिसके बाद तत्काल कानूनी कार्रवाई की गई।
सीओ मिश्रा ने कहा, “एक व्यक्ति खुलेआम एक पुलिसवाले को धमकी देते हुए देखा गया है। यह एक गंभीर मामला है। मामला दर्ज कर लिया गया है और कानूनी कार्रवाई की गई है।” और यह भी स्पष्ट किया कि संबंधित पुलिसकर्मी के आचरण से जुड़े आरोपों की जांच अलग प्रक्रिया के तहत की जाएगी।
पुलिस ने दोहराया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना सर्वोपरि है और कानून लागू करने वाले अधिकारियों के खिलाफ हिंसक धमकियों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मामला फिलहाल जांच के अधीन है।
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