8 लाख की रिश्वत लेते रंगेहाथ धराई नासिक की ‘फरार’ शिक्षाधिकारी

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ठाणे। नासिक जिला परिषद माध्यमिक शिक्षा विभाग की महिला शिक्षाधिकारी को ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने एक शैक्षणिक संस्था के संचालक से 8 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। उसके खिलाफ करोड़ों की बेहिसाबी संपत्ति होने को लेकर पहले से एक प्रकरण चल रहा है और प्रशासन ने इस सिलसिले में उसके निलंबन का आदेश दिया हुआ है। लिहाजा, उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपने वकील के जरिए कोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी लगाईं थी, जिस पर 14 अगस्त को सुनवाई होने से पूर्व ही उसे रिश्वतखोरी के ताजा मामले में गिरफ्तार का लिया गया। पहले के मामले में वह फरार बताई गई थी।
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ड्राइवर समेत एक शिक्षक भी संलिप्त

ब्यूरो के अनुसार, शिक्षाधिकारी ने यह रिश्वत संबंधित शैक्षणिक संस्था को सरकारी अनुदान स्वीकृत करने के एवज में मांगी थी। रिश्वतखोरी के इस मामले में एक ड्राइवर और एक प्राथमिक स्कूल के शिक्षक का भी समावेश है। इस बारे में आगे तफ्तीश जारी है। पकड़े जाने के बाद प्राथमिक तहकीकात के दौरान पुलिस के समक्ष वैशाली जनकर के खिलाफ और भी गहरा प्रकरण सामने आया है। पता चला है कि इस भ्रष्ट शिक्षा अधिकारी के पास करोड़ों की बेहिसाबी संपत्ति है और प्रशासन ने इस सिलसिले में शिक्षा आयुक्त को वैशाली जनकर के निलंबन का आदेश दिया हुआ है। इस बीच रिश्वतखोरी के मामले में पकड़े जाने से न सिर्फ वैशाली की मुसीबत बढ़ गई है, बल्कि ध्यान इस पर भी लगा हुआ है कि इस स्थिति में शिक्षा आयुक्त क्या स्टैंड लेते हैं ?

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